उत्तम नगर, नई दिल्ली। अखिल भारत हिन्दू महासभा के आंदोलन से
दिल्ली जलबोर्ड को झुकना पड़ा । ज्ञात हो कि अखिल भारत हिन्दू महासभा के महासचिव व जुझारू
नेता रविन्द्र द्विवेदी नें दिल्ली जल बोर्ड के भ्रष्टाचार व लापरवाही की शिकायत भारत के प्रधानमंत्री व दिल्ली के मुख्यमंत्री से 5/11/2015 को एक पत्र भेजकर की थी । सनद रहे कि उत्तम नगर
की निवासी शिल्पी नें तीन-चार साल पूर्व श्री लक्ष्मण गुप्ता पुत्र श्री राधे
श्याम गुप्ता से संजय इंक्लेव, उत्तम नगर-59 में स्थित सी-48, संजय इंक्लेव, द्वितीय तल, खरीदा था। यहाँ
पानी का कनेक्शन श्री लक्ष्मण गुप्ता के नाम से ही है लेकिन हर महीने का बिल
उपरोक्त महिला द्वारा समय पर भर दिया जाता है।
उपरोक्त महिला को करीब 7-8 महीने से पानी का बिल जल विभाग द्वारा नहीं मिला जिसके
कारण वो पानी का बिल नहीं भर पाई। अक्टूबर, 2015 के अंत में दिल्ली
जल बोर्ड द्वारा उपरोक्त महिला को जल विभाग, पश्चिम बिहार,
325/ए-8 द्वारा 20 फरवरी, 2015 से 19 अक्टूबर, 2015 तक का पानी का बिल
4686 रूपया का (करीब-करीब 8 महीनों का बिल) भेजा गया। (बिल आई डीः 849161326691)
उपरोक्त महिला का इतना अधिक पानी का प्रयोग भी नहीं करती कि उसका
पानी का बिल इतना ज्यादा आये वहीं शिकायत करनें वाली महिला का कहना है कि वह आठ-दस महीने का बिल एक साथ
नहीं दे सकती। दिल्ली सरकार द्वारा महीने में 20,000 लीटर तक पानी का प्रयोग करने वालों को पानी का
बिल माफ कर दिया है फिर इतना अधिक बिल कैसे और क्यों आया ये जाँच का विषय है ?
ज्ञात हो कि
प्रार्थिनी के पानी की टंकी 500 लीटर की है वह महीने में अधिकतम 15000 लीटर से ज्यादा पानी प्रयोग ही नहीं करती थी, पानी सिर्फ कुछ माह
पूर्व दो दिन में एक बार व अब रोज एक बार
शाम को आता है इसलिए प्रार्थिनी पानी सिर्फ दिन में एक बार ही शाम को भरती है और
प्रार्थिनी के परिवार में प्रार्थिनी, उसके पति और उसके दो छोटे बच्चे हैं यानी दो छोटे बच्चों को मिलाकर 4 लोग हैं। एक ओर
जहां लोगों के अब 35 रूपये पानी के बिल
आ रहे हैं उपरोक्त महिला को पश्चिम विहार जल विभाग द्वारा 5000 रूपये के करीब
पानी का बिल दिल्ली जल बोर्ड के लापरवाही और भ्रष्टाचार को उजागर कर रहा था ।
ये दिल्ली जल विभाग के कर्मचारियों की बहुत
बड़ी गलती है कि वे अपने ग्राहक को उचित समय पर बिल नही दिया जिसके चलते किसी गरीब
के सामने बिल न भर पाने की बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो गई। वैसे, जल विभाग नें तो
ब्याज, चक्रविधि व्याज, आठ महीने बिल न
भरने का चार्ज आदि जोड़कर सारे बिल भेजा होगा जिससे इतना भारी भरकम बिल आया लेकिन दिल्ली जल विभाग की गलती को किसी गरीब
का परिवार क्यों भुगतें ?
हिन्दू महासभा के महासचिव नें
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए आगे इस पत्र में लिखा था कि 20 फरवरी, 2015 से अब तक कितना
पानी का प्रयोग उपरोक्त महिला के परिवार नें
किया है इसकी उच्च स्तरीय जाँच करवाई जाए उपरोक्त महिला के परिवार नें
जितना पानी का प्रयोग किया गया है उनसे सिर्फ उतने ही पैसे की वसूली की जाए।
उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा है कि
सी-48, संजय इंक्लेव, द्वितीय तल, उत्तम नगर-59 को जो पानी का बिल,
जल विभाग पश्चिम बिहार, 325/ए-8 द्वारा 20 फरवरी, 2015 से 19 अक्टूबर, 2015 तक का 4686/ (पानी का बिल) रूपया
का भेजा गया है। प्रार्थिनी की आर्थिक
परिस्थिति ऐसी नहीं है कि वो जल विभाग द्वारा आठ महीने का भारी भरकम बिल ब्याज
सहित भर सकें।
इस पत्र में द्विवेदी नें लापरवाह और भ्रष्ट
दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारियों के लिए ये माँग की थी कि जल
विभाग को कठोर निर्देश दिया जाये कि वो अपने पानी के बिल हर महीने सही समय पर
भेजे। पत्र में दोषी जल विभाग के कर्मचारी जिन्होंने आठ महीनें तक उपरोक्त महिला को कोई बिल को भेजा ही नहीं उनके विरूद्ध कठोर
से कठोर कार्यवाही की मांग की थी ताकि
भविष्य में कोई कर्मचारी इस तरह की गलती करनें की दुःसाहस न करें।
अंत में हिन्दू महासभा के कद्दावर नेता रविन्द्र
द्विवेदी के पत्र पर आनन-फानन में मुख्यमंत्री कार्यालय तुरंत हरकत में आ गया। मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल के आदेश पर दिल्ली जलबोर्ड को उपरोक्त मामले को निपटाने का कठोर आदेश दिया गया। परिणामस्वरूप 27 नवंबर, 2015 को दिल्ली जलबोर्ड
को उपरोक्त उत्तम नगर की महिला का पानी का बिल जो 5000/- के करीब था घटाकर 689 रूपये
कर दिया ।
आज 28 नवंबर, 2015 को मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल के कार्यालय से भी उपरोक्त महिला को फोन आ गया कि आप वर्तमान पानी
के बिल से संतुष्ट हैं कि नहीं तो महिला ने सकारात्मक उत्तर दिया ।
मित्रों, यदि आप के पास भी यदि दिल्ली जलबोर्ड का झूठा भारी
भरकम बिल यदि आ जाये तो आप अविलंब 09958324981 पर सूचित करें हर संभव आपकी सहायता की
जायेगी ।
हिन्दू महासभा के आंदोलन से झुकी दिल्ली
जलबोर्ड
http://www.jansarokaar.com/hindi-du-general-assembly-movement-none-delhi-jalbord.html
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