Wednesday, September 25, 2013

Plaint against move to arm Hindu youth

Represent: Dr. Santosh rai

Federation of Associations for Peace, an umbrella organisation of like-minded groups, has filed a police complaint against a Hindutva outfit for allegedly “attempting to destroy communal harmony” by announcing that it would distribute arms to youth to “protect Hindu dharma”.
At a public function on September 15, Swami Pranavananda, State executive president of the All India Hindu Mahasabha, said that the organisation would conduct a “Khadga Deeksha” where one takes a pledge with a sword in hand to dedicate oneself to protect the Hindu dharma. He had said that swords would be distributed to 5,000 young men here on October 25.

NO FIR YET


Talking to presspersons here on Tuesday, Suresh Bhat Bakrabail, District president of the Karnataka Komu Souharda Vedike, which is part of the umbrella organisation that has filed the complaint, said that the Mangalore North Police were yet to file an FIR.
“The police tried to dissuade us from filing the complaint,” he alleged. The complaint names six leaders of the All India Hindu Mahasabha.
The vedike said that it was disappointed as the police had not suo motu taken up the case. “With general elections due in 2014, the Ministry of Home Affairs has issued a circular to States warning them of the possibility of communal riots,” he said. P.B. D’Sa, State president of PUCL, said that the situation in the district was deteriorating.

‘NO DELAY’

Admitting that an FIR has not been filed in the complaint, Police Commissioner Manish Karbhikar said: “There is no question of delay or ulterior motive. They have submitted a kind of a petition, and we are inquiring into it.”

Sunday, March 17, 2013

मुलायम पुत्र के राज में हिन्‍दुओं पर कहर जारी है



डॉ0 संतोष  राय

अखिलेश राज में हिन्‍दुओं के बेटियों की इज्‍जत तार-तार हो रही है


 कासगंज, 0 प्र0। उत्‍तर प्रदेश में जबसे अखिलेश राज आया है तबसे मानो हिन्‍दुओं पर जुल्‍मों-सितम की एक बाढ़ सी आ गयी है। अखिलेश राज हिन्‍दुओं को मुगलकाल की याद ताजा कर रही है। 12 मार्च 2013 को शाम करीब 4 बजे एक हिन्‍दू बच्‍ची का निर्ममता पूर्वक बलात्‍कार किया गया। लड़की लहूलुहान होकर बेहोश हो गयी। उसे अस्‍पताल ले जाया गया जहां डॉक्‍टरों ने बलात्‍कार की पुष्टि कर दी। जिस युवक ने बलात्‍कार किया वो विशेष संप्रदाय का था। पीडि़त बच्‍ची एक मजदूर की बेटी थी, उसका बाप तम्‍बाकू के कारखाने में मजदूरी करके किसी तरह जीवन-यापन करता था।

 बलात्‍कार की यह घटना थाना पटियाली जिला कासगंज उत्‍तर प्रदेश का है।
पुलिस ने किसी तरह से एफ0 आई0 आर दर्ज करके मोहम्‍मद मुवीन सैफी नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, आरोपी की गिरफ्तारी पर मुसलमानों ने जमकर हंगामा बरपाया। मगर मौलवियों व मुल्ला अखिलेश यादव की पुलिस ने मीडिया को फटकने तक नही दिया। बलात्‍कार के आरोपी मुवीन सैफी की उम्र 25 साल है। अदालत में सैकड़ों मुसलमान आरोपी बलात्‍कारी को बचाने आ गये थे। मुवीन सैफी की नजर पीडि़ता के दूसरे एक और बहन जिसकी उम्र 10 वर्ष की थी उस पर थी मगर वो घटना के दिन कही अन्‍यत्र गयी हुयी थी। इसलिये मुवीन सैफी ने उस 5 साल की मासूम हिन्‍दू बच्‍ची की इज्‍जत को तार-तार कर दिया।

ज्ञात रहे कि 15 मार्च 2012 को मुल्‍ला मुलायम के सुपुत्र अखिलेश यादव ने यूपी की बागडोर संभाली थी और शपथ ली थी कि वो उत्‍तर प्रदेश की तस्‍वीर बदल देंगे। उन्‍होंने कहा था कि प्रदेश अपराध मुक्‍त होगा। मगर उनकी इस शपथ के सिर्फ 100 दिन बाद यानी कि 26 जून 2012 तक के आंकड़ों पर ध्‍यान दें तो यूपी में बलात्‍कार की 1164, हत्‍या की 370 , लूट के 920 और अपहरण के 356 मामले सामने आये।

अब चुकि उनकी सरकार 365 दिन पूरा कर लिया है तो सारे आंकड़ों को तीन गुना कर देना चाहिए। अखिलेश राज में हिन्‍दुओं पर अत्‍याचार की एक आंधी आ गयी है। मुसलमानों का दुस्‍साहस काफी बढ़ गया है। हिन्‍दुओं को ऐसा लग रहा है मानों मुगलकाल के औरंगजेबी शासन में जी रहे हैं।
पीड़िता की हालत अब भी नाजुक है और में लगातार वहां के डाक्टर के संपर्क में हूँ और पल-पल की जानकारी मिल रही है !

Monday, February 18, 2013

दिल्‍ली पुलिस का काला कारनामा: दो निर्दोषों को बलात्‍कार के झूठे आरोप में फंसाया


गिरफ्तार नेताओं ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा
सुशील शिंदे की बर्खास्तगी, यासीन मलिक की गिरफ्तारी और बलात्कार कानून की आड़ में निर्दोष पुरूषों का उत्पीड़न रोकने हेतु हिन्दू महासभा ने जन्तर-मन्तर पर प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी



            अखिल भारत हिन्दू महासभा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी के नेतृत्व में हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने जन्तर-मंतर पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी हिन्दू आतंकवाद पर बयान देने के लिये गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे को बर्खास्त करने, पाकिस्तान जाकर मोस्ट वाण्टेड आतंकवादी हाफिज सईद के साथ अफजल को फांसी के विरोध में धरना देने पर जेकेएलएफ के नेता यासीन मलिक को राष्ट्रªद्रोह के आरोप में गिरफ्तार करने, बलात्कार कानून की आड़ में निर्दोष पुरूषों का उत्पीड़न बन्द करने, दहेज उत्पीड़क का साथ देने व सुधा के साथ अन्याय के लिये सराय रोहिल्ला थाना प्रभारी को बर्खास्त करने, फर्जी बलात्कार के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद दीपक गुप्ता और अजय गुप्ता रिहा करने की ंमांग कर रहे थे। अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शनकारियों ने थाना संसदमार्ग में अपनी गिरफ्तारी दी। बाद में प्रदर्शनकारियों को बिना शर्त रिहा कर दिया गया।

प्रदर्शनकारी दोपहर 12 बजे हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी के नेतृत्व में जन्तर-मंतर पर एकत्र हुये और जमकर नारेबाजी की। रविन्द्र द्विवेदी ने अपने संबोधन में गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे पर पाकिस्तान के इशारे पर हिन्दू और भगवा को आतंकवाद से जोड़कर देश के बहुसंख्यक हिन्दू समाज की देशभक्ति को अपमानित किया है। उनके बयान को आधार बताते हुये हाफिज सईद ने भारत को वैश्विक स्तर पर आतंकवादी देश घोषित करने का दुःस्साहस दिखाया। इसलिये शिंदे को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिये। कार्यवाहक अध्यक्ष ने अपने संबोधन में यासीन मलिक के पाकिस्तान में हाफिज सईद के साथ धरना देने का प्रथम दृष्टया राष्ट्रद्रोह का अपराध बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे राष्ट्रद्रोही की जगह जेल में है। उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाये।

बलात्कार के फर्जी आरोप

हिन्दू स्वराज्य सेना के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने अपने संबोधन में बलात्कार कानून की आड़ में पुरूषों के उत्पीड़न का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि बलात्कार के फर्जी आरोप की एफआईआर संख्या 3/2013 थाना मण्डावली में अजय गुप्ता और दीपक गुप्ता तिहाड़ जेल में बंद है। जिस दिन बलात्कार का आरोप लगाया गया है, उस दिन मुख्य आरोपी दीपक गुप्ता संत कबीर नगर उ0प्र0 में एक शादी में शामिल में था। शादी की सीडी और तस्वीरें पुलिस मुख्यालय और डीसीपी, पूर्वी दिल्ली को सौंपा गया, लेकिन पुलिस ने बिना जांच कराये ही उसकी प्रमाणिकता से इंकार किया। उन्होंने तत्काल दोनों को तिहाड़ से रिहा करने की मांग की। जो लड़की आरोप लगा रही है वो परोक्ष रूप से 15 लाख रूपये की मांग कर रही है व उसका चरित्र भी ठीक नही है। पुलिस आज तक झूठे बलात्कार की मेडिकल रिपोर्ट नही प्रस्तुत कर पायी। लड़की के साथ जब रेप हुआ तो उसने थाने में प्राथमिकी क्यों दर्ज नही करवायी। लड़की का कहना है कि बलात्कार की सीडी भी बनायी  गयी है तो पुलिस आरोपियों से बलात्कार की सीडी क्यों नही बरामद कर पायी।

सराय रोहिल्ला थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग

दहेज उत्पीड़न की शिकार सुधा कुमारी को आज तक न्याय नही मिल पाया। ऐसा इसलिये क्योंकि सराह रोहिल्ला का थाना प्रभारी दहेज उत्पीड़क व अभियुक्त दिनेश कुमार से मिली हुयी है जिसे जानबूझकर पुलिस गिरफ्तार नही कर रही है। सुधा कुमारी के पति दिनेश कुमार पुत्र बंगाली बाबू, निवासी सराह रोहिल्ला को तीस हजारी न्यायाल य और कड़कड़डूमा न्यायालय से तीन बार गिरफ्तार कर अदालत में प्रस्तुत करने का न्यायिक आदेश जारी किया जा चुका है। सराह रोहिल्ला का थाना प्रभारी दिनेश कुमार को गिरफ्तार नही कर रही है। दिनेश के पिता बंगाली बाबू द्वारा सन् 2004 में समाचार पत्र में प्रकाशित उस पब्लिक नोटिस को आधार बना रही है, जिसमें अभियुक्त दिनेश कुमार को संपत्ति से बेदखल करने का हवाला छपा है।

बंगाली बाबू ने सन् 2008 में अपने बेटे अभियुक्त दिनेश कुमार की बिना तलाक दिलाये दूसरी शादी की और उस शादी में शामिल हुआ। बेटे की दूसरी बहू को बेटे सहित अपने घर में रखा। अगर दिनेश कुमार से सन् 2004 में उसके पिता ने सारे रिश्ते समाप्त कर दिये थे तो सन् 2008 में उसकी शादी में शरीक होना और दूसरी बहू को अपने घर में रखना प्रमाणित करता है कि सन् 2004 में संपत्ति से बेदखल करने का पब्लिक नोटिस छपवाना महज एक नाटक था। पुलिस बंगाली बाबू पर दबाव बना सख्ती से पेश आये तो अभियुक्त दिनेश कुमार को गिरफ्तार किया जा सकता है।

अभियुक्त दिनेश कुमार को गिरफ्तार करने एवं दोषी पुलिसकर्मियों को विधि-सम्मत दण्डित करने की मांग पर 3 जनवरी, 2013 को पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन कर पुलिस आयुक्त को संबोधित ज्ञापन भी दिया गया। दुर्भाग्यवश पुलिस मुख्यालय अपना आश्वासन पूरा करने में असफल रहा जिस कारण पुनः हिन्दू महासभा को बार-बार प्रदर्शन करना पड़ रहा है।

वक्ताओं ने जंतर-मंतर पर थाना बुराड़ी व सराय रोहिल्ला के थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की। थाना बुराड़ी पर सन् 2010 से गायब ममता और उसके परिवार के आरोपियों को बचाने और अपहरण की प्राथमिकता दर्ज न करने का आरोप लगाया गया है। वक्ताओं ने कहा कि यह दिल्ली पुलिस का यह अमानवीय चेहरा है, जो प्रभावितों को न्याय की हत्या को बढ़ावा देता है। ऐसे पुलिस अधिकारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नही जाना चाहिये और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिये।

प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में थाना संसद मार्ग में गिरफ्तारी दी। गिरफ्तार नेताओं का एक प्रतिनिधि मण्डल प्रधानमंत्री कार्यालय गया और अपनी मांगों का ज्ञापन भी दिया। प्रतिनिधि मण्डल में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के प्रतिनिधि शामिल थे। गिरफ्तारी देने वालों में रमेश बाल्मीकि, विजय बहादुर सिंह संेगर, कन्हैया लाल राय, अशोक गिरी, रजनी सक्सेना, अधिवक्ता संजय चैधरी, सुरेश कुमार, मूलचंद्र, सुशील कुमार सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।

Tuesday, January 8, 2013

ओवैसी बंधु देश के गद्दार हैं

अखिल भारत हिन्‍दू महासभा के राष्‍ट्रीय कार्यकारी अध्‍यक्ष बाबा पं0 नंद किशोर मिश्र ने कहा कि अखिल भारत हिन्‍दू महासभा भाग्‍यनगर के निजाम की निजामियत को तोड़कर निजाम की औकात बता दी थी और हिन्‍दुओं को अधिकार दिलाने का श्रेय अखिल भारत हिन्‍दू महासभा का है। जब-जब हिन्‍दुस्‍थान में साम्राज्‍यवादी इस्‍लामिक, जेहादी कट्टरपंथियों नें राष्‍ट्र को चुनौती दी तो हिन्‍दू महासभा ने उस चुनौती को स्‍वीकार की। अखिल भारत हिन्‍दू महासभा आन्‍ध्र प्रदेश में अकबरुद्दीन ओवैसी के चुनौती को स्‍वीकार करते हुये भाग्‍य नगर में ही एक बड़े कार्यक्रम के आयोजन के माध्यम से कट्टरपंथी ओवैसी भाईयों का मुंहतोड़ जवाब देगी। बाबा पं0 नंद किशोर मिश्र ने ओवैसी द्वारा मुसलमानों को भड़काने वाले जेहादी भाषण की तीव्र निंदा की है। ज्ञात रहे कि अकबरुद्दीन हैदराबाद के सांसद असादुद्दीन ओवैसी का छोटे भाई है। अकबरूद्दीन ने गत 24 दिसंबर को आदिलाबाद में एक जलसे में खुलेआम मुसलमानों को हिन्दुओं के खिलाफ उकसाया था। भारत जैसे देश में इस तरह अल्‍पसंख्‍यकों को इस तरह उकसाना भारी अपराध है। अपने भाषण में उसने हिन्दू मंदिरों और प्रतीकों के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी किया था और सौ करोड़ हिन्‍दुओं को 15 मिनट के लिये पुलिस हटा लेने पर समाप्‍त करने की बात कही थी। अकबरूद्दीन के उपरोक्‍त बयानों की निंदा करते हुये बाबा नंद किशोर मिश्र ने कहा कि यदि इस देश में यदि अल्‍पसंख्‍यक सुरक्षित हैं तो पुलिस व्‍यवस्‍था के कारण। ऐसे में यदि पुलिस हटा ली जाये तो इस देश में अल्‍पसंख्‍यकों का जीना दूभर हो जायेगा। आगे हिन्‍दू महासभा के वरिष्‍ठ नेता श्री मिश्र ने कहा अकबरूद्दीन का बयान किसी भी तरह क्षम्‍य नही है। इस तरह के बयान मुसलमानों को आतंकवाद की ओर बढ़ने के लिये प्रेरित करते हैं जो आगे भयानक दंगों का रूप ले लेते हैं। ऐसे मुस्लिम नेता इस्‍लामिक जेहाद से प्रेरणा लेकर गोधरा करते हैं और बाद में जिसका दुष्‍परिणाम गुजरात होता है। उन्‍होंने कहा कि यदि इस ओवैसी पर लगाम नही लगाया गया तो देश को इसका बर्बर, भयानक दुष्‍परिणाम झेलने के लिये तैयार रहना चाहिये। ऐसे दुष्‍ट और कुटिल नेता ही हिन्‍दू-मुस्लिम के बीच घृणा के बीज बोते हैं, और उसी पर अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास करते हैं। इसलिये ऐसे जेहादी मानसिकता वाले मुस्लिम नेता को अविलंब गिरफ्तार करना चाहिये। बाबा नंद किशोर मिश्र ने कहा कि छोटी-छोटी बातों पर आम जनता को गिरफ्तार करने वाली पुलिस उसे गिरफ्तार करने से क्‍यों बचती है। यदि ओवैसी को अविलंब गिरफ्तार नही किया जाता तो उसका खामियाजा उसके समर्थन करनें वाली तथाकथित धर्म निरपेक्ष पार्टियों को भी भुगतना होगा। वरिष्‍ठ नेता श्री बाबा पं0 नंद किशोर मिश्र ने कहा कि वरिष्‍ठ पत्रकार एम जे अकबर ने कहा है कि भारत का डेढ़ प्रतिशत हिन्‍दू यदि सड़कों पर उतर आये तो पुलिस में वो दम नही कि उसे काबू कर सके। बाबा पं0 नंद किशोर मिश्र ने आगे कहा कि देश का 100 करोड़ हिन्‍दू किसी भी हालत में अपने भगवान श्रीराम व उनकी माता कौशिल्‍या का अपमान व देवी-देवताओं का अपमान होते हुये नही सहेगा। ज्ञात हो कि अकबरूद्दीन ओवैशी ने सार्वजनिक रूप से एक जलसे में भगवान राम, माता कौशिल्‍या व हिन्‍दू देवी-देवी देवताओं का अपमान किया था, मजाक उड़ाते हुये उन्‍हें मनहूस कहा था। श्री मिश्र ने कहा अगर ओवैशी इस तरह हरकतों से बाज नही आता है तो हिन्‍दू महासभा डायरेक्‍ट ऐक्‍शन में विश्‍वास रखती है, ओवैशी जैसे गीदड़ सोये हुये शेर को मत छेडे़ वर्ना तन्‍द्रा टूटने पर शेर ओवैसी जैसे लोगों की वो दुर्गति करेगा, जिसे जेहादी मानसिकता वाले कभी भूलाये नही भूलेंगे। बाबा नंद किशोर मिश्र ने अंत में कहा कि हिन्‍दू महासभा के वरिष्‍ठ नेता चुनाव आयोग से मिलेंगे व ओवैसी की विधानसभा सदस्‍यता व उसके पार्टी की मान्‍यता रद्द कराने की मांग करेंगे।