राजीव कुमार
एक ओर जहां सैकड़ों वारण्ट वाले जामा मस्जिद के ईमाम बुखारी को
दिल्ली पुलिस खोज नही पा रही है वहीं दूसरी ओर अखिल भारत हिन्दू महासभा के वरिष्ठ
राष्ट्रवादी नेता व ‘‘गोडसे’’ फिल्म के निर्माता डॉ0 संतोष राय के विरूद्ध कांग्रेस का षडयंत्र अनवरत जारी
है। डॉ0 संतोष राय की सबसे बड़े गलती यही है कि वे इतिहास की कड़वी सच्चाइयों को
पूरे विश्व के समक्ष साहस के साथ ला देना चाहते हैं डॉ0 संतोष राय के ‘‘गोडसे’’ फिल्म की सच्चाई से कांग्रेस
के नायक मोहन दास करम चंद गांधी व जवाहर लाल नेहरू के छद्म देशभक्ति का मुखौटा उतर
जायेगा जो अभी तक इन्होंने पहन रखा है। डॉ0 राय का ‘‘गोडसे’’ फिल्म लाने का साहस
कांग्रेस की दुःखती रग पर हाथ रखने जैसा है। इन तथाकथित धर्म निरपेक्ष
कांग्रेसियों की सबसे बड़े बिडम्बना यह है कि वे तुष्टीकरण नीति के तहत जामा स्जिद
के शाही ईमाम बुखारी को सैकड़ों वारण्ट जारी होने के बावजूद गिरफ्तार नही करना
चाहते हैं वहीं ये ढोंगी कांग्रेसी नेता हिन्दू हितों के रखवाले नेताओं के विरूद्ध
दुःसाहसपूर्ण कार्यवाही के लिये वोट बैंक के लालच में किसी भी सीमा तक जाने के
लिये तैयार रहते हैं।
डॉ0 संतोष राय इतिहास के उस
सच को दिखाना चाहते हैं जिसे कांग्रेसियों और वामपंथी इतिहासकारों से गलत ढंग से
लिखवाकर आने वाली पीढि़यों के साथ धोखा किया था, डॉ0 राय उस
झूठ को आमूल-चूल बदल देना चाहते हैं जिस झूठ को नेहरू ने 40 साल तक दबाया था क्योंकि डॉ0 संतोष राय के फिल्म ‘गोडसे’ से गांधी और नेहरू जो कांग्रेसियों के नायक हैं पूरी तरह से
बेनकाब हो जायेंगे जिनके आवरण में कांग्रेस 50 सालों से सत्ता की मलाई खा रही थी। डॉ0 राय को ऐसे समय जानबूझकर गिरफ्तार किया गया
जिससे आने वाली फिल्म ‘गोडसे’ अधर में लटक जाये
जिससे ये फिल्म किसी भी हाल में भारतीय सिनेमा के रूपहले पर्दे पर न आ सके, ज्ञात हो कि यह फिल्म आगामी 30 जनवरी, 2015 को रिलीज होने वाली थी जिससे कांग्रेसी षडयंत्र के तहत रोकने की कुचेष्टा हो
रही है।
यदि मोहन दास करम चंद गांधी जी सच्चे नेता थे तो
नाथूराम गोडसे जी का अदालत में दिये गये बयान को नेहरू जी ने 40 वर्ष तक प्रतिबंध क्यों लगा
रखा था गोडसे का अदालत में दिये गये बयान को जनता के बीच में क्यों सार्वजनिक नही
होने दिया। इससे यही जान पड़ता है कि गांधी ने ऐसी गलती अवश्य किया था जिसके कारण
गोडसे जैसे वरिष्ठ पत्रकार को गांधी वध के
लिये विवश होना पड़ा। गांधी वध के तुरंत बाद गोडसे जी ने अपने को कानून के हवाले
कर दिया यदि वो चाहते तो भाग भी सकते थे लेकिन स्वेच्छा से फांसी के फन्दे का वरण
कर लिया।
‘‘गोडसे’’ फिल्म जबसे बन रही है तब से कांग्रेस का परोक्ष रूप से फिल्म निर्माता डॉ0 संतोष राय पर दबाव है कि ‘‘गोडसे’’ फिल्म में पूरी तरह उलट-फेर
कर दें जिससे गांधी एक नायक के तौर पर
उभरें और नाथूराम गोडसे एक महाखलनायक के
रूप में। लेकिन डॉ0 राय ने गोडसे फिल्म की
पटकथा में बदलाव करने से पूरी तरह मना कर दिया जो इतिहास की कड़वी सच्चाई है वही
दिखा रहे हैं यही बात कांग्रेस सरकार को अंदर ही अंदर खाये जा रही है, उसकी गांधी और नेहरू के नाम
पर 50 साल से जो
दुकानदारी चल रही थी वो अब बंद हो सकती है।
‘‘गोडसे’’ फिल्म के निर्माता व वरिष्ठ
हिन्दू महासभा के नेता डॉ0 संतोष राय को
यह पहली बार कांग्रेस की कर्नाटक सरकार परेशान नही कर रही है इससे पहले भी केन्द्र
में कांग्रेस समर्थित यूपीए सरकार के
दौरान सोनिया और राहुल के इशारे पर सीबीआई
उन्हें काफी परेशान कर रही थी इतना ही नही बार-बार सीबीआई के तंग करने से उन्हें
गोल मार्केट का अपना कार्यालय बंद करना पड़ा लेकिन दबंग हिन्दूवादी नेता ने
तत्कालीन सरकार के तोते सीबीआई के विरूद्ध सोशल मीडिया के माध्यम से आंदोलन छेड़
दिया जिस आंदोलन को ‘इण्डिया अगेंस्ट सीबीआई’ नाम दिया गया।
यूपीए सरकार के दौरान कांग्रेस को समर्थन देने वाले लालू, मुलायम, मायावती और कांग्रेस के रहमोकरम से अनेंको घोटाले करके बाहर की दुनिया में मौज
कर रहे थे जिनकी मौज अब भी जारी है वहीं हिन्दुत्व व राष्ट्र के लिये काम करने
वाले नेता डॉ0 संतोष राय को कांग्रेस
कर्नाटक की सरकार ने जेल के सींकचों के पीछे धकेल दिया है। कर्नाटक पुलिस कह रही
है डॉ0 संतोष राय ने गत 30 सितंबर को अपराध किया था
जबकि डॉ0 राय उस दिन किसी प्रेस कांफ्रेंस
में थे जिससे यही प्रतीत हो रहा है कि डॉ0 राय कि विरूद्ध कांग्रेसी षडयंत्र की बू आ रही
है।
डॉ0 संतोष
राय का प्राण लिया जा सकता है
डॉ0 संतोष राय के साथ
छलपूर्वक षडयंत्र करके कर्नाटक की कांग्रेस सरकार उनके प्राण ले सकती है या उनके
साथ ऐसा कुछ किया जा सकता है जिससे डॉ0 राय अपना मानसिक संतुलन खो सकते हैं क्योंकि
हिन्दू नेताओं के विरूद्ध षडयंत के लिये कांग्रेस कुख्यात है। इस हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेता डॉ0 राय के
विरूद्ध ढेरों राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र हो रहे हैं डॉ0 संतोष को जान से मारने के लिये बहुत सारी
जेहादी ताकतें षडयंत्र कर रही हैं। ये जेहादी ताकतें डॉ0 संतोष राय को या तो जेल
के अंदर या हमेंशा के लिये इस दुनिया से विदा करवा देना चाहती हैं।
क्या डॉ0 संतोष राय
ने जामा मस्जिद के ईमाम बुखारी या लालू और मुलायम से भी बड़ा अपराध कर दिया है।
सैकड़ों निर्दोष राम भक्तों के ऊपर गोली चलवाने वाला मुलायम सिंह आज छुट्टे सांड
की तरह खुल्लम-खुल्ला घूम रहा है मगर जेहादी तत्वों के विरूद्ध लोहा लेने वाले इस
हिन्दूवादी नेता डॉ0 संतोष राय को कांग्रेस सरकार ने एक षडयंत्र के तहत जेल में
डाल दिया है। जब डॉ0 संतोष राय को कांग्रेस सरकार ने जेल में डाल दिया तो बुखारी
को तत्कालीन कांग्रेस समर्थित यूपीए सरकार ने क्यों छोड़ दिया था जबकि उसके ऊपर
सैकड़ों अपराधिक मुकदमें चल रहे हैं। कांग्रेस सरकार धर्म निरपेक्षता के नाम पर हिन्दुओं
के विरूद्ध षडयंत्र का काम रही है यदि ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में एक दिन पूरे
देश से कांग्रेस का नामो निशान मिट जायेगा।
‘‘गोडसे’’ फिल्म का संबंध सिर्फ हिन्दू महासभा
के नेता डॉ0 संतोष राय से है कुछ हिन्दू
महासभा के फर्जी नेता हिन्दू महासभा के नाम पर गोडसे फिल्म का श्रेय अवश्य लेना
चाहते हैं।
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