Thursday, April 16, 2015

राष्‍ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह, पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है

     गोल मार्केट, नई दिल्‍ली। आज राष्‍ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह हो गया है। एक ओर जहां ईमाम बुखारी के जामा मस्जिद का 4 करोड़ 16 लाख का बिल बकाया होने के बावजूद किसी बिजली कम्‍पनी की हिम्‍मत नही है कि उनकी बिजली को काट सके, शाही इमाम के गुर्गे जामा मस्जिद के पार्किंग एवं मार्केट से लाखों रूपया वसूल रहे हैं मगर केन्‍द्र व राज्‍य सरकार की हिम्‍मत नही है कि शाही ईमाम पर कोई कार्यवाही कर सके। वहीं गोल मार्केट के पेशवा रोड पर स्थित महेश्‍वर आश्रम के पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र का  एक  महीने से  जल आपूर्ति के पाइप लाइन को 77720/- (सतहत्‍तर हजार सात सौ बीस)  रूपये बिल  भरने के बाद भी  एनडीएमसी के द्वारा बाधित कर दिया गया है।  आश्रम में रहने वाले पं0 बाबा नंद किशोर  मिश्रा व उनके भक्‍तों का पानी के अभाव में जीना दु:श्‍वार हो गया है। महेश्‍वर आश्रम के पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने 13/01/2014 को नई दिल्‍ली नगर पालिका के अध्‍यक्ष  जलज श्रीवास्‍तव से अपनी समस्‍याएं  लिखित रूप  से अवगत कराया था मानवीय मूल्‍यों के आधार  पर निवेदन किया था एवं सहायता मांगी थी और जलज श्रीवास्‍तव ने आश्‍वासन भी दिया था परन्‍तु उस निवेदन को उनके द्वारा ठंढे बस्‍ते में डाल दिया गया । ज्ञात रहे कि महेश्वर आश्रम एक प्राचीन धार्मिक स्थल है। आश्रम का संबंध विदेश व देश के सभी प्रदेशों से है। आश्रम जन कल्याण के कार्यों में निरंतर लगा हुआ है। आश्रम राष्ट्रवादी, हिन्दुत्ववादी चिंतकों के आस्था का केन्द्र है। दिल्ली के प्रत्येक क्षेत्र से आश्रम में लोग आते हैं व आश्रम के सामाजिक, आध्यात्मिक गतिविधियों से जुड़े हुये हैं। पानी आपूर्ति बाधित होने के कारण मंदिर व आश्रम की धार्मिक गतिविधियां बुरी तरह से प्रभावित हैं।

      उपरोक्‍त विषय पर पं0  बाबा नंद  किशोर मिश्रा ने 20/03/2015 को सायं पांच बजकर 20 मिनट पर इस विषय के समाधान हेतु निवेदन किये थे किन्तु उस दिन जलज श्रीवास्‍तव समिति के बैठक में व्यस्त थे इसलिये साक्षात्कार नही हो सका।  11 मार्च, 2015 को निदेशक वाणिज्य मैडम गीतिका शर्मा जी को दूरभाष द्वारा आश्रम की समस्या से अवगत कराया था। 13 मार्च, 2015 को पुनः आश्रम की अपनी कठिनाइयों व भारी परेशानियों से अवगत कराया था। माननीय गीतिका शर्मा जी ने तत्काल एक नोट के माध्यम से अधीक्षण अभियंता, जल को निर्देशित भी किया।

   सनद रहे कि पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र व उनके  परिवार की जीविका व भरण-पोषण आकाश वृत्ति के माध्यम से चलती है। वे एक सामाजिक एवं हिन्दू राष्ट्रवादी राजनैतिक कार्यकर्ता है। एक तरफ जहां  सरकार व सरकार के अधीनस्थ  द्वारा ‘‘बेटी बढ़ाओ, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वहीं एनडीएमसी के कठोर मानवता विहीन रवैये  के कारण श्री मिश्र के परिवार व तीनों बच्चियों के साथ अन्‍याय हो रहा है निश्चित ही एनडीएमसी के कठोर व बर्बर रवैये के कारण उन बच्चियों के स्‍वास्‍थ्‍य व भविष्‍य पर प्रभाव पड़ेगा।  पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र मातृविहीन तीन बच्चियों का पालन-पोषण कर रहे हैं उनके पालन-पोषण में अतिव्यस्तता के कारण बाबा किशोर  और उनका  परिवार सिर्फ एक समय ही भोजन कर पाते हैं। जिन तीन डेढ़ साल की बच्चियों का बाबा पं0 मिश्र लालन-पालन कर रहे हैं उनमें  बेबी नं0 1 आद्या का जन्म से आठ महीने के बाद हृदय बढ़ गया जिसका ईलाज चल रहा हैं वहीं बेबी नं0 3 अनंता का जन्म से ही हृदय में छेद था लेकिन ईलाज व दिन-रात अथक परिश्रम से वह स्वस्थ हो गई। इन बच्चियों की बीमारी में भी बहुत खर्च आ रहा है परिणामस्वरूप बाबा की आर्थिक स्थिति बहुत ही जर्जर हो गई है जिस कारण बाबा पं0 मिश्र ने दिल्ली नगर पालिका से पानी और बिजली के बिल को माफ करने को कहा था जिसमें बाबा ने करीब 77720/- रूपये देने के बावजूद भी नगर पालिका द्वारा सारी जानकारी होने के बावजूद भी जल आपूर्ति पूरी तरह से बाधित कर दिया व जलज श्रीवास्‍तव ने माफी का वायदा करके वायदे से मुकर गये।

     ज्ञात हो कि पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र एक वरिष्ठ नागरिक है और उपरोक्त तीनों बच्चियों की माँ नही हैं व बच्चियों का पिता पत्‍नी के निधन से दु:खी हो मानसिक रूप से जर्जर हो गया है।  श्री मिश्र ने बिजली एवं पानी का बिल माफ करने का निवेदन किया था तत्पश्चात् इस संदर्भ में  जलज श्रीवास्‍तव  15/1/2014 को निदेशक वाणिज्य विभाग को निर्देशित किया था और बाबा पं0 नंद किशोर मिश्र  को आश्वासन दिया था कि उन्‍हें सहयोग मिलेगा लेकिन अभी तक किसी प्रकार सहयोग प्राप्त नही हुआ है। दिनांक 9/3/2015 को नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के वाणिज्य विभाग द्वारा एक पत्र प्राप्त हुआ जिसमें श्री मिश्र  को निर्देशित किया गया कि पानी, बिजली के बिल का अधिभार का बकाया माफ नही किया जायेगा क्योंकि समझौता समिति इस समय अस्तित्व में नही है।

     इसके बाद दिनांक 24/3/2015 को महेश्‍वर आश्रम को  एक लेखा-जोखा जिसमें अनुमानतः 01 लाख, 72 हजार, पांच सौ, पन्द्रह रूपये है, प्राप्त हुआ है जिसमें जलज श्रीवास्‍तव का दबाव है कि बिल अतिशीघ्र दिया जाये।  ज्ञात रहे  कि 1990 से महेश्वर आश्रम में पानी-सीवर की व्यवस्था है व आश्रम में 1978 से बिजली का टेम्प्रोरी कनेक्शन व 1980 से नियमित है जिसमें आश्रम ने 77720/- बिजली के बिल राशि दिया जा चुका है  जिसकी छाया प्रति एनडीएमसी को दी जा चुकी है।

     बाबा पं0 नंद किशोर मिश्र ने जल की आपातकालीन संकट के निवारण हेतु तत्काल पाइप लाइन बदलने एवं नई दिल्ली नगर पालिका के कोष से व्यवस्था कराने के संदर्भ में व मातृविहीन बच्चियों के संरक्षण हेतु कई बार एनडीएमसी के जलज श्रीवास्‍तव से गुहार लगाई लेकिन लेकिन वे माफी की बात करके भी मानवता को शर्मसार करने वाले कृत्‍य किये।

     पानी आपूर्ति बाधित होने के कारण आश्रम के भक्तों  में जनाक्रोश पैदा हो रहा है जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। नवरात्र के  समय धार्मिक कार्य पूर्ण रूपेण बाधित हुआ जिसकी शिकायत करने  के बावजूद एनडीएमसी के कान पर जूं तक नही रेंगा। उपरोक्त विषय-वस्तु का समाधान शीघ्र नही हुआ, इस विषय में आश्रम के भक्तगणों को जानकारी होने पर जनाक्रोश फैलेगा उसका जिम्मेदार स्वतः प्रशासन ही होगा। क्‍योंकि एनडीएमसी का पक्षपातपूर्ण रवैया मानवता को शर्मसार कर देने वाला है। आज इस तरह की समस्‍या  किसी मस्जिद के ईमाम या मौलवी की होती तो शासन-प्रशासन पलक-पांवड़े बिछा देता यदि बात जेहादी आतंकियों की होती तो राज्‍य सरकार, केन्‍द्र सरकार उन्‍हें लाखों की बिरयानी खिलाने में गंवा देती मगर जब बात यहां हिन्‍दुत्‍ववादी राष्‍ट्रवादी की है उसकी दुर्दशा होनी ही है क्‍योंकि इस देश में हिन्‍दुत्‍वादी, राष्‍ट्रवादी होना सबसे बड़ा  अपराध है।

राष्‍ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह, पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है

http://teznews.com/ndmc-is-craved-for-water/


पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है

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राष्‍ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह, पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है

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राष्‍ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह, पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है



राष्‍ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह, पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है


पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है

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राष्‍ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह, पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है

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राष्‍ट्रवादी होना अपने आप में एक गुनाह, पानी के एक-एक बूंद के लिये एनडीएमसी तड़पा रहा है



Friday, March 13, 2015

भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध पुन: प्रधानमंत्री से शिकायत

उत्तम नगर, 13 मार्च, 2015, नई दिल्ली। उत्तम नगर के भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध  श्रीरामाधार फाउण्डेशन एनजीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने पुन: विगत दिनों प्रधानमंत्री से पत्र लिखकर शिकायत की है कि इस भ्रष्‍ट डॉकिये को बर्खास्‍त किया जाये ताकि उत्‍तम नगर की जनता राहत महसूस कर सके। श्रीरामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी का कहना है कि  उत्तम नगर के डाकिये के भ्रष्टाचार व निकम्मेपन के कारण वहां के बहुत सारे निवासियों को उनका राशनकार्ड उन्हें नही मिल पा रहा है। सुमन सीकरवाल आर-जेड 34, मानसकुंज, उत्तम नगर दिल्ली-59, राखी पति त्रिलोक, सी-48, संजय इंक्लेव, उत्तम नगर, नई दिल्ली-110059, सुमन सी-48, संजय इंक्लेव, उत्तम नगर, नई दिल्ली-110059, आरती मिश्र-सी/1-38, संजय इंक्लेव, नई दिल्ली-59 ने अक्टूबर, 2013 के करीब  राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा उपभोक्ता कार्ड हेतु विकासपुरी कार्यालय में आवेदन प्रपत्र जमा किया था लेकिन इनके राशन कार्ड अभी तक नही मिले। ये उपरोक्त नाम सिर्फ नाम के हैं ऐसे बहुत से हजारों नाम हैं जो राशनकार्ड कार्यालय में धक्के खा रहे हैं और वहां पूछे जाने पर कि राशन कार्ड क्यों नही मिला तो वहां के अधिकारियों का टका सा जवाब रहता है कि आपका राशन कार्ड डाक द्वारा भेज दिया गया है इसमें हम अब कुछ नही कर सकते। समाजसेवी रविन्द्र कुमार द्विवेदी का कहना है कि उत्तम नगर के निवासियों को आज 013 मार्च, 2015 हो गया है लेकिन अभी तक उपरोक्त नामों में से किसी का राशनकार्ड नही मिला। ऐसे कई हजारों नाम बेनाम है जिनको अभी तक राशनकार्ड न मिलने के कारण अपने राशन अधिकारों से वंचित हैं। 

वहीं उत्तम नगर की निवासी शिल्पी जायसवाल का कहना है कि उत्तम नगर का डाकिया बहुत ही भ्रष्ट किस्म का व्यक्ति है वो सौ-दो सौ रूपये के लालच में लोगों को राशन कार्ड जानबूझकर नही देता है। कोई व्यक्ति यदि नये गैस सिलेण्डर जारी करवाता है तो उसके कागजात ये डाकिया जानबूझकर नही देता है ताकि उससे कुछ पैसे वसूले जायें इसी तरह वह लोगों के राशन कार्ड नही दे रहा है ताकि लोगों से पैसे ऐठें जा सके। शिल्पी जायसवाल ने आगे बताया कि बहुत ऊपर शिकायत करने पर 5 मार्च को उनका राशन कार्ड उन्हें मिला। उनका कहना है कि सिर्फ राशन कार्ड ही नही और भी उनके कई पत्र अनेकों बार आये हैं मगर यह डाकिया हमारे यहां शायद ही कोई पत्र लाया हो।

श्रीरामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत कर यह मांग की है कि पूरे उत्तम नगर विधानसभा में कितने लोगों के राशन कार्ड इस डाकिये के द्वारा नही मिले हैं इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाये व दोषी पाये जाने पर इस भ्रष्ट डाकिये को बर्खास्त किया जाये ताकि वहां की जनता राहत की सांस ले सके। 

इतना ही नही रविन्‍द्र द्विवेदी ने  द्विवेदी ने आगे उस पत्र में लिखा है कि  डाक विभाग के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के मिली भगत से ही इस भ्रष्ट डाकिये का हौसला बुलंद है। इसलिय वे पुनः मांग करते हैं कि एक उच्च स्तरीय जांच करवाई जाये कि उत्तम नगर विधान सभा के कुल कितने लोगों का राशन कार्ड नही मिला है और क्यों नही मिला है उसमें इस भ्रष्ट डाकिये की क्या भूमिका है मुकम्मल जांच हो और इस भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही किया जाये और भविष्य में अन्य डाकियों के लिये एक मिशाल कायम हो सके वे कोई भी गलत कार्य करने से बचें।


भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध पुन: प्रधानमंत्री से शिकायत

http://www.vijayvani.in/blog/2015/03/13/%E0%A4%AD%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%9F-%E0%A4%A1%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A5%82%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A7/


भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध पुन: प्रधानमंत्री से शिकायत

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भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत
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भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत

भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत

भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत


भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत


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Thursday, March 12, 2015

राशन कार्ड बनाने में आधारकार्ड की अनिवार्यता समाप्त हो-रविन्द्र द्विवेदी

                 

     राशन कार्ड  बनाने में आधारकार्ड की अनिवार्यता समाप्त हो, उपरोक्त बातें रामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राजीव कुमार ने 10/03/15 को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश व 11/03/2015 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा। उस पत्र में  श्री रविन्द्र द्विवेदी व राजीव कुमार ने आगे लिखा कि दिल्ली के अंदर राशनकार्ड बनाने में जारी दिशा निर्देशों में आधार कार्ड को अनिवार्य बनाया गया है जो सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का सरासर उल्लंघन है।

दिल्ली में लाखों लोगों ने राशन कार्ड बनाने के लिये आवेदन किया आधार कार्ड के अभाव में वोटर आई कार्ड, स्कूल आई कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र अथवा अन्य प्रकार के भारतीय नागरिकता प्रमाणित करने से संबंधित दस्तावेजों को संलग्न किये किन्तु आधारकार्ड के अभाव में इन दस्तावेजों को अमान्य करते हुये हजारों नागरिकों को राशनकार्ड से वंचित कर दिया गया।

आगे उस पत्र में  रविन्द्र द्विवेदी व राजीव कुमार ने कहा कि जिस परिवार के मुखिया के नाम आधार कार्ड है किन्तु परिवार के अन्य सदस्यों का आधारकार्ड किसी कारणवश नही बन सका उस परिवार को जारी राशन कार्ड में केवल मुखिया का नाम ही अंकित किया गया है जबकि परिवार के अन्य सदस्यों का नाम अंकित नही किया गया। प्रश्न उठता है कि जिसका आधार कार्ड  नही है या उसे सरकार द्वारा वितरित खाद्यान्न प्रणाली  के अधिकार से वंचित किया जा सकता है अथवा सरकार की दृष्टि में उस नागरिक को भूख नही लगती ?

     आगे उस पत्र में रामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राजीव कुमार ने केन्द्र व राज्य सरकार के अराजकतावादी रवैये पर करारा प्रहार करते हुये लिखा कि क्या सरकार की दृष्टि में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आधार कार्ड की अनिवार्यता को समाप्त किये जाने के आदेश का सरासर उल्लंघन करना, सर्वोच्‍च  न्यायालय के आदेश की अवमानना नही ? सरकार के इस आचरण से  दिल्ली के हजारों परिवारों को खाद्य सुरक्षा के अधिकार से वंचित करना उनके नागरिक अधिकारों का हनन नही। जब खाद्य संभरण अधिकारियों से  सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर ध्यान दिलवाया जाता है तो वो नागरिकों को दिल्ली सरकार के आदेश का हवाला देकर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को बौना साबित कर देते हैं। क्या दिल्ली सरकार का आदेश सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से ऊपर हो सकता है ?

          इस पत्र में रविन्द्र द्विवेदी ने दिल्ली के एक महिला नागरिक का हवाला देते हुये लिखा है कि: पश्चिम जिला की निवासी शिल्पी जायसवाल पति राजीव कुमार, सी-48, संजय इंक्लेव उत्तम नगर, नई दिल्ली-110059 ने 01/10/2013 को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा उपभोक्ता कार्ड हेतु आवेदन प्रपत्र जमा किया था उस खाद्य प्रपत्र के साथ 1 : अपना आधार कार्ड  2 :  अपने पति के आधार कार्ड की छाया प्रति 3 : बिजली के बिल की छाया प्रति 4:  अपने बच्चों आकाश व एकता के जन्म प्रमाण पत्र हेतु स्कूल के आई कार्ड की छाया प्रति 5 : शिल्पी जायसवाल के मतदाता पहचान पत्र की छाया प्रति 6 :  आय प्रमाण पत्र के लिये एफिडेविट जमा किये थे।

मगर राशन कार्ड में उनके बेटे आकाश व पुत्री एकता के नाम नही है। ऐसा क्यों किया गया ? यदि आधार कार्ड न रहने के कारण शिल्पी जायसवाल के पुत्र आकाश व पुत्री एकता का राशन कार्ड में नाम नही डाला गया तो यह सरासर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहलेना है। जब शिल्पी जायसवाल ने आरटीआई के द्वारा जानना चाहा कि उनके बेटे  आकाश व उनकी पुत्री एकता का नाम राशन कार्ड में क्यों नही डाला गया तो उन्होने राज्य सरकार का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का धता बता दिया। उनके पुत्र आकाश व पुत्री एकता का नाम न डालने वाला खाद्य सम्भरण अधिकारी दिनेश फोन नंबर 25535447 ने उत्तर दिया, आरटीआई में इस अधिकारी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुये आरटीआई में जवाब दिया कि किसी भी परिवार के सदस्य को राशन कार्ड में नाम जोड़ने के लिये आधार कार्ड जरूरी बताया।

रामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी ने इस पत्र में उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायधीश से प्रार्थना की है कि ''मान्यवर जन हित में इस पत्र को पीआईएल के रूप में स्वीकृत कर अपने आदेश की अवमानना को रोकने और अपने ही आदेश के आलोक में दिल्ली के हजारों-लाखों परिवारों को सरकार द्वारा  प्रदत्त खाद्य सुरक्षा अधिकार दिलाने के लिये अविलंब आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें व श्रीराम आधार फाउण्डेशन को लीखित रूप से अवगत करायें।’’
                                        रविन्‍द्र द्विवेदी
                          (राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष, रामाधार फाउण्‍डेशन)

राशन कार्ड  बनाने में आधारकार्ड की अनिवार्यता समाप्त हो


http://www.ugtabharat.com/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B6%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A1-%E0%A4%AC%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%86%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%B0/

Monday, February 9, 2015

डॉ0  संतोष राय पर कांग्रेस के षडयंत्रों का सिलसिला अनवरत जारी- मिश्र

                        

     अखिल भारत हिन्दू महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रवादी नेता व ‘‘गोडसे’’ फिल्म के निर्माता डॉ0 संतोष राय के विरूद्ध कांग्रेस का षडयंत्रों का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार उनके उपर तमाम तरह के झूठे व फर्जी मुकदमें लाद दिया है । कर्नाटक सरकार ऐसा इसलिये कर रही है ताकि भविष्य में गोडसे फिल्म न आ सके और कांग्रेस की दुकान गांधी के नाम पर चलती रहे। डॉ0 संतोष राय की सबसे बड़े गलती यही है कि वे इतिहास की कड़वी सच्चाइयों को पूरे विश्व के समक्ष साहस के साथ ला देना चाहते हैं डाॅ0 संतोष राय के ‘‘गोडसे’’ फिल्म की सच्चाई से कांग्रेस के नायक मोहन दास करम चंद गांधी व जवाहर लाल नेहरू के छद्म देशभक्ति का मुखौटा उतर जायेगा जो अभी तक इन्होंने पहन रखा है। उपरोक्त बातें पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही। इन तथाकथित धर्म निरपेक्ष कांग्रेसियों की सबसे बड़े बिडम्बना यह है कि वे तुष्टीकरण नीति के तहत ये ढोंगी कांग्रेसी नेता हिन्दू हितों के रखवाले नेताओं के विरूद्ध दुःसाहसपूर्ण कार्यवाही के लिये वोट बैंक के लालच में किसी भी सीमा तक जाने के लिये तैयार रहते हैं चाहे मानवता की हत्या हो जाये किसी का घर-परिवार उजड़ जाये उससे इन दुष्ट नेताओं को कोई चिंता नही रहती।
                        पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने कांग्रेस सरकार पर आक्रामक हमला करते हुये कहा कि कर्नाटक कांग्रेस सरकार ने डॉ0 संतोष राय को उन तिथियों में अपराध दिखाया है जिन तिथियों में वे अपराध स्थल पर थे ही नही तो फिर अपराध कैसे उन्होने कर दियाः
     1- 1 जून 2014 सुबह से 5 जून 2014 के दोपहर तक दिल्ली।
      2- 30 जून, 2014 की शाम से 10 जुलाई, 2014 की शाम तक दिल्ली।
      3-10 अगस्त, शाम 2014 से 16 अगस्त, 2014 सुबह तक दिल्ली रहे।
      4- 23-24 सितंबर, 2014 को गोरखपुर।
       5- 24 सितंबर, 2014 की शाम से 4 अक्टूबर, 2014 सुबह तक दिल्ली रहे।
      जब इन उपरोक्त तिथियों पर डॉ0  संतोष राय अपराध स्थल पर  थे ही नही फिर वे अपराध के भागीदार कैसे हो गये। इससे स्पष्ट होता है कि डॉ0 संतोष राय को जानबूझकर किसी बड़े षडयंत्र के तहत कर्नाटक की कांग्रेस सरकार फंसा रही है और राय के उपर नये-नये झूठे केस जेहादी ताकतों के इशारे पर लगाये जा रही है ताकि वो जेल से बाहर न निकल सके व उनकी गोडसे फिल्म अधर में लटक जाये।
                        आगे बाबा  पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने कहा कि डॉ0  संतोष राय इतिहास के उस सच को दिखाना चाहते हैं जिसे कांग्रेसियों और वामपंथी इतिहासकारों से गलत ढंग से लिखवाकर आने वाली पीढि़यों के साथ धोखा किया था, डॉक्टर राय उस झूठ को आमूल-चूल बदल देना चाहते हैं जिस झूठ को नेहरू ने 40 साल तक दबाया था क्योंकि डॉ0 संतोष राय के फिल्म ‘गोडसे’ से गांधी और नेहरू जो कांग्रेसियों के नायक हैं पूरी तरह से बेनकाब हो जायेंगे जिनके आवरण में कांग्रेस 50 सालों से सत्ता का सुख भोग रही थी। डॉ0 राय को ऐसे समय जानबूझकर गिरफ्तार किया गया जिससे आने वाली फिल्म ‘गोडसे’ किसी भी हाल में प्रदर्शित न होने पाये ज्ञात हो कि यह फिल्म गत 30 जनवरी, 2015 को रिलीज होने वाली थी।
                        श्री पं0 नंद किशोर मिश्र ने गांधी पर हमला करते हुये कहा कि यदि मोहन दास करम चंद गांधी जी सच्चे नेता थे तो नाथूराम गोडसे जी का अदालत में दिये गये बयान को नेहरू जी ने 40 वर्ष तक प्रतिबंध क्यों लगा रखा था गोडसे का अदालत में दिये गये बयान को जनता के बीच में क्यों सार्वजनिक नही होने दिया। इससे यही जान पड़ता है कि गांधी ने ऐसी गलती अवश्य किया था जिसके कारण गोडसे जैसे वरिष्ठ पत्रकार को  गांधी वध के लिये विवश होना पड़ा। गांधी वध के तुरंत बाद गोडसे जी ने अपने को कानून के हवाले कर दिया यदि वो चाहते तो भाग भी सकते थे लेकिन स्वेच्छा से फांसी के फन्दे का वरण कर लिया।
                        श्री मिश्र ने कांग्रेस पर हमला करते हुये कहा कि ‘‘गोडसे’’ फिल्म जबसे बन रही है तब से कांग्रेस का परोक्ष रूप से फिल्म निर्माता  डाॅ0 संतोष राय पर दबाव है कि ‘‘गोडसे’’ फिल्म में पूरी तरह उलट-फेर कर दें  जिससे गांधी एक नायक के तौर पर उभरें और नाथूराम  गोडसे एक महाखलनायक के रूप में। लेकिन डॉ0  राय ने गोडसे फिल्म की पटकथा में बदलाव करने से पूरी तरह मना कर दिया जो इतिहास की कड़वी सच्चाई है वही दिखा रहे हैं यही बात कांग्रेस सरकार को अंदर ही अंदर परेशान कर दिया है।
                        पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने आगे बताया कि डाॅ0 संतोष राय के साथ छलपूर्वक षडयंत्र करके कर्नाटक की कांग्रेस सरकार उनके प्राण ले सकती है या उनके साथ ऐसा कुछ किया जा सकता है जिससे डॉ0 राय अपना मानसिक संतुलन खो दें क्योंकि हिन्दू नेताओं के विरूद्ध षडयंत्र के लिये कांग्रेस कुख्यात है।  श्री मिश्र ने बताया कि इस हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेता डॉ0  राय के विरूद्ध ढेरों राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र हो रहे हैं  श्री मिश्र ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुये कहा कि डॉ0  संतोष को जान से मारने के लिये बहुत सारी जेहादी ताकतें षडयंत्र कर रही हैं। ये जेहादी ताकतें डॉ0  संतोष राय को या तो जेल के अंदर या हमेंशा के लिये इस दुनिया से विदा करवा देना चाहती हैं।
 पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने आश्चर्य व्यक्त करते हुये, पुनः अपनी बातों को दुहराते हुये कहा कि उपरोक्त तिथियों पर डॉ0 राय अपराध स्थल पर थे ही नही तो अपराध कैसे कर दिया। कर्नाटक कांग्रेस सरकार अभी भी समय है संभल जाये वर्ना पूरे देश में एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन हिंदू महासभा आरंभ करेगी जिसमें नेहरू और गांधी के काले कारनामे को पूरे देश को बताया जायेगा तब वो दिन दूर नही पूरे देश से भारत कांग्रेस मुक्त हो जायेगा।

Saturday, January 3, 2015

हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेता डॉ0 संतोष राय व उनके फिल्‍म ''गोडसे'' के विरूद्ध कांग्रेस का षडयंत्र

राजीव कुमार


                               
  एक ओर जहां सैकड़ों  वारण्ट वाले जामा मस्जिद के ईमाम बुखारी को दिल्ली पुलिस खोज नही पा रही है वहीं दूसरी ओर अखिल भारत हिन्दू महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रवादी नेता व ‘‘गोडसे’’ फिल्म के निर्माता डॉ0 संतोष राय के विरूद्ध कांग्रेस का षडयंत्र अनवरत जारी है। डॉ0 संतोष राय की सबसे बड़े गलती यही है कि वे इतिहास की कड़वी सच्चाइयों को पूरे विश्व के समक्ष साहस के साथ ला देना चाहते हैं डॉ0 संतोष राय के ‘‘गोडसे’’ फिल्म की सच्चाई से कांग्रेस के नायक मोहन दास करम चंद गांधी व जवाहर लाल नेहरू के छद्म देशभक्ति का मुखौटा उतर जायेगा जो अभी तक इन्होंने पहन रखा है। डॉ0  राय का ‘‘गोडसे’’ फिल्म लाने का  साहस कांग्रेस की दुःखती रग पर हाथ रखने जैसा है। इन तथाकथित धर्म निरपेक्ष कांग्रेसियों की सबसे बड़े बिडम्बना यह है कि वे तुष्टीकरण नीति के तहत जामा स्जिद के शाही ईमाम बुखारी को सैकड़ों वारण्ट जारी होने के बावजूद गिरफ्तार नही करना चाहते हैं वहीं ये ढोंगी कांग्रेसी नेता हिन्दू हितों के रखवाले नेताओं के विरूद्ध दुःसाहसपूर्ण कार्यवाही के लिये वोट बैंक के लालच में किसी भी सीमा तक जाने के लिये तैयार रहते हैं।

                                डॉ0 संतोष राय इतिहास के उस सच को दिखाना चाहते हैं जिसे कांग्रेसियों और वामपंथी इतिहासकारों से गलत ढंग से लिखवाकर आने वाली पीढि़यों के साथ धोखा किया था, डॉ0  राय उस झूठ को आमूल-चूल बदल देना चाहते हैं जिस झूठ को नेहरू ने 40 साल तक दबाया था क्योंकि डॉ0  संतोष राय के फिल्म गोडसेसे गांधी और नेहरू जो कांग्रेसियों के नायक हैं पूरी तरह से बेनकाब हो जायेंगे जिनके आवरण में कांग्रेस 50 सालों से सत्ता की मलाई खा रही थी। डॉ0  राय को ऐसे समय जानबूझकर गिरफ्तार किया गया जिससे आने वाली फिल्म गोडसेअधर में लटक जाये जिससे ये फिल्म किसी भी हाल में भारतीय सिनेमा के रूपहले पर्दे पर न आ सकेज्ञात हो कि यह फिल्म आगामी 30 जनवरी, 2015 को रिलीज होने वाली थी जिससे कांग्रेसी षडयंत्र के तहत रोकने की कुचेष्टा हो रही है।

                यदि मोहन दास करम चंद गांधी जी सच्चे नेता थे तो नाथूराम गोडसे जी का अदालत में दिये गये बयान को नेहरू जी ने 40 वर्ष तक प्रतिबंध क्यों लगा रखा था गोडसे का अदालत में दिये गये बयान को जनता के बीच में क्यों सार्वजनिक नही होने दिया। इससे यही जान पड़ता है कि गांधी ने ऐसी गलती अवश्य किया था जिसके कारण गोडसे जैसे वरिष्ठ पत्रकार को  गांधी वध के लिये विवश होना पड़ा। गांधी वध के तुरंत बाद गोडसे जी ने अपने को कानून के हवाले कर दिया यदि वो चाहते तो भाग भी सकते थे लेकिन स्वेच्छा से फांसी के फन्दे का वरण कर लिया।

                                 ‘‘गोडसे’’ फिल्म जबसे बन रही है तब से कांग्रेस का परोक्ष रूप से फिल्म निर्माता  डॉ0  संतोष राय पर दबाव है कि ‘‘गोडसे’’ फिल्म में पूरी तरह उलट-फेर कर दें  जिससे गांधी एक नायक के तौर पर उभरें और नाथूराम  गोडसे एक महाखलनायक के रूप में। लेकिन डॉ0  राय ने गोडसे फिल्म की पटकथा में बदलाव करने से पूरी तरह मना कर दिया जो इतिहास की कड़वी सच्चाई है वही दिखा रहे हैं यही बात कांग्रेस सरकार को अंदर ही अंदर खाये जा रही है, उसकी गांधी और नेहरू के नाम पर 50 साल से जो दुकानदारी चल रही थी वो अब बंद हो सकती है।

 ‘‘गोडसे’’ फिल्म के निर्माता व वरिष्ठ हिन्दू महासभा के नेता डॉ0  संतोष राय को यह पहली बार कांग्रेस की कर्नाटक सरकार परेशान नही कर रही है इससे पहले भी केन्द्र में कांग्रेस समर्थित  यूपीए सरकार के दौरान सोनिया और राहुल के इशारे पर सीबीआई  उन्हें काफी परेशान कर रही थी इतना ही नही बार-बार सीबीआई के तंग करने से उन्हें गोल मार्केट का अपना कार्यालय बंद करना पड़ा लेकिन दबंग हिन्दूवादी नेता ने तत्कालीन सरकार के तोते सीबीआई के विरूद्ध सोशल मीडिया के माध्यम से आंदोलन छेड़ दिया जिस आंदोलन को इण्डिया अगेंस्ट सीबीआईनाम दिया गया।

यूपीए सरकार के दौरान कांग्रेस को समर्थन देने वाले  लालू, मुलायम, मायावती और कांग्रेस के रहमोकरम से अनेंको घोटाले करके बाहर की दुनिया में मौज कर रहे थे जिनकी मौज अब भी जारी है वहीं हिन्दुत्व व राष्ट्र के लिये काम करने वाले नेता डॉ0  संतोष राय को कांग्रेस कर्नाटक की सरकार ने जेल के सींकचों के पीछे धकेल दिया है। कर्नाटक पुलिस कह रही है डॉ0  संतोष राय ने गत 30 सितंबर को अपराध किया था जबकि डॉ0  राय उस दिन किसी प्रेस कांफ्रेंस में थे जिससे यही प्रतीत हो रहा है कि डॉ0  राय कि विरूद्ध कांग्रेसी षडयंत्र की बू आ रही है।

डॉ0  संतोष राय का प्राण लिया जा सकता है

                डॉ0 संतोष राय के साथ छलपूर्वक षडयंत्र करके कर्नाटक की कांग्रेस सरकार उनके प्राण ले सकती है या उनके साथ ऐसा कुछ किया जा सकता है जिससे डॉ0  राय अपना मानसिक संतुलन खो सकते हैं क्योंकि हिन्दू नेताओं के विरूद्ध षडयंत के लिये कांग्रेस कुख्यात है।  इस हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेता डॉ0 राय के विरूद्ध ढेरों राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र हो रहे हैं  डॉ0 संतोष को जान से मारने के लिये बहुत सारी जेहादी ताकतें षडयंत्र कर रही हैं। ये जेहादी ताकतें डॉ0 संतोष राय को या तो जेल के अंदर या हमेंशा के लिये इस दुनिया से विदा करवा देना चाहती हैं।

क्या डॉ0  संतोष राय ने जामा मस्जिद के ईमाम बुखारी या लालू और मुलायम से भी बड़ा अपराध कर दिया है। सैकड़ों निर्दोष राम भक्तों के ऊपर गोली चलवाने वाला मुलायम सिंह आज छुट्टे सांड की तरह खुल्लम-खुल्ला घूम रहा है मगर जेहादी तत्वों के विरूद्ध लोहा लेने वाले इस हिन्दूवादी नेता डॉ0 संतोष राय को कांग्रेस सरकार ने एक षडयंत्र के तहत जेल में डाल दिया है। जब डॉ0 संतोष राय को कांग्रेस सरकार ने जेल में डाल दिया तो बुखारी को तत्कालीन कांग्रेस समर्थित यूपीए सरकार ने क्यों छोड़ दिया था जबकि उसके ऊपर सैकड़ों अपराधिक मुकदमें चल रहे हैं। कांग्रेस सरकार धर्म निरपेक्षता के नाम पर हिन्दुओं के विरूद्ध षडयंत्र का काम रही है यदि ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में एक दिन पूरे देश से कांग्रेस का नामो निशान मिट जायेगा।

‘‘गोडसे’’ फिल्म का संबंध सिर्फ हिन्‍दू महासभा के नेता  डॉ0 संतोष राय से है कुछ हिन्‍दू महासभा के फर्जी नेता हिन्‍दू महासभा के नाम पर गोडसे फिल्‍म का श्रेय अवश्‍य लेना चाहते हैं।