Friday, March 13, 2015

भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध पुन: प्रधानमंत्री से शिकायत

उत्तम नगर, 13 मार्च, 2015, नई दिल्ली। उत्तम नगर के भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध  श्रीरामाधार फाउण्डेशन एनजीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने पुन: विगत दिनों प्रधानमंत्री से पत्र लिखकर शिकायत की है कि इस भ्रष्‍ट डॉकिये को बर्खास्‍त किया जाये ताकि उत्‍तम नगर की जनता राहत महसूस कर सके। श्रीरामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी का कहना है कि  उत्तम नगर के डाकिये के भ्रष्टाचार व निकम्मेपन के कारण वहां के बहुत सारे निवासियों को उनका राशनकार्ड उन्हें नही मिल पा रहा है। सुमन सीकरवाल आर-जेड 34, मानसकुंज, उत्तम नगर दिल्ली-59, राखी पति त्रिलोक, सी-48, संजय इंक्लेव, उत्तम नगर, नई दिल्ली-110059, सुमन सी-48, संजय इंक्लेव, उत्तम नगर, नई दिल्ली-110059, आरती मिश्र-सी/1-38, संजय इंक्लेव, नई दिल्ली-59 ने अक्टूबर, 2013 के करीब  राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा उपभोक्ता कार्ड हेतु विकासपुरी कार्यालय में आवेदन प्रपत्र जमा किया था लेकिन इनके राशन कार्ड अभी तक नही मिले। ये उपरोक्त नाम सिर्फ नाम के हैं ऐसे बहुत से हजारों नाम हैं जो राशनकार्ड कार्यालय में धक्के खा रहे हैं और वहां पूछे जाने पर कि राशन कार्ड क्यों नही मिला तो वहां के अधिकारियों का टका सा जवाब रहता है कि आपका राशन कार्ड डाक द्वारा भेज दिया गया है इसमें हम अब कुछ नही कर सकते। समाजसेवी रविन्द्र कुमार द्विवेदी का कहना है कि उत्तम नगर के निवासियों को आज 013 मार्च, 2015 हो गया है लेकिन अभी तक उपरोक्त नामों में से किसी का राशनकार्ड नही मिला। ऐसे कई हजारों नाम बेनाम है जिनको अभी तक राशनकार्ड न मिलने के कारण अपने राशन अधिकारों से वंचित हैं। 

वहीं उत्तम नगर की निवासी शिल्पी जायसवाल का कहना है कि उत्तम नगर का डाकिया बहुत ही भ्रष्ट किस्म का व्यक्ति है वो सौ-दो सौ रूपये के लालच में लोगों को राशन कार्ड जानबूझकर नही देता है। कोई व्यक्ति यदि नये गैस सिलेण्डर जारी करवाता है तो उसके कागजात ये डाकिया जानबूझकर नही देता है ताकि उससे कुछ पैसे वसूले जायें इसी तरह वह लोगों के राशन कार्ड नही दे रहा है ताकि लोगों से पैसे ऐठें जा सके। शिल्पी जायसवाल ने आगे बताया कि बहुत ऊपर शिकायत करने पर 5 मार्च को उनका राशन कार्ड उन्हें मिला। उनका कहना है कि सिर्फ राशन कार्ड ही नही और भी उनके कई पत्र अनेकों बार आये हैं मगर यह डाकिया हमारे यहां शायद ही कोई पत्र लाया हो।

श्रीरामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत कर यह मांग की है कि पूरे उत्तम नगर विधानसभा में कितने लोगों के राशन कार्ड इस डाकिये के द्वारा नही मिले हैं इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाये व दोषी पाये जाने पर इस भ्रष्ट डाकिये को बर्खास्त किया जाये ताकि वहां की जनता राहत की सांस ले सके। 

इतना ही नही रविन्‍द्र द्विवेदी ने  द्विवेदी ने आगे उस पत्र में लिखा है कि  डाक विभाग के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के मिली भगत से ही इस भ्रष्ट डाकिये का हौसला बुलंद है। इसलिय वे पुनः मांग करते हैं कि एक उच्च स्तरीय जांच करवाई जाये कि उत्तम नगर विधान सभा के कुल कितने लोगों का राशन कार्ड नही मिला है और क्यों नही मिला है उसमें इस भ्रष्ट डाकिये की क्या भूमिका है मुकम्मल जांच हो और इस भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही किया जाये और भविष्य में अन्य डाकियों के लिये एक मिशाल कायम हो सके वे कोई भी गलत कार्य करने से बचें।


भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध पुन: प्रधानमंत्री से शिकायत

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भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध पुन: प्रधानमंत्री से शिकायत

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भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत
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भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत

भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत

भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत


भ्रष्ट डाकिये के विरूद्ध राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से शिकायत


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Thursday, March 12, 2015

राशन कार्ड बनाने में आधारकार्ड की अनिवार्यता समाप्त हो-रविन्द्र द्विवेदी

                 

     राशन कार्ड  बनाने में आधारकार्ड की अनिवार्यता समाप्त हो, उपरोक्त बातें रामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राजीव कुमार ने 10/03/15 को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश व 11/03/2015 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा। उस पत्र में  श्री रविन्द्र द्विवेदी व राजीव कुमार ने आगे लिखा कि दिल्ली के अंदर राशनकार्ड बनाने में जारी दिशा निर्देशों में आधार कार्ड को अनिवार्य बनाया गया है जो सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का सरासर उल्लंघन है।

दिल्ली में लाखों लोगों ने राशन कार्ड बनाने के लिये आवेदन किया आधार कार्ड के अभाव में वोटर आई कार्ड, स्कूल आई कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र अथवा अन्य प्रकार के भारतीय नागरिकता प्रमाणित करने से संबंधित दस्तावेजों को संलग्न किये किन्तु आधारकार्ड के अभाव में इन दस्तावेजों को अमान्य करते हुये हजारों नागरिकों को राशनकार्ड से वंचित कर दिया गया।

आगे उस पत्र में  रविन्द्र द्विवेदी व राजीव कुमार ने कहा कि जिस परिवार के मुखिया के नाम आधार कार्ड है किन्तु परिवार के अन्य सदस्यों का आधारकार्ड किसी कारणवश नही बन सका उस परिवार को जारी राशन कार्ड में केवल मुखिया का नाम ही अंकित किया गया है जबकि परिवार के अन्य सदस्यों का नाम अंकित नही किया गया। प्रश्न उठता है कि जिसका आधार कार्ड  नही है या उसे सरकार द्वारा वितरित खाद्यान्न प्रणाली  के अधिकार से वंचित किया जा सकता है अथवा सरकार की दृष्टि में उस नागरिक को भूख नही लगती ?

     आगे उस पत्र में रामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राजीव कुमार ने केन्द्र व राज्य सरकार के अराजकतावादी रवैये पर करारा प्रहार करते हुये लिखा कि क्या सरकार की दृष्टि में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आधार कार्ड की अनिवार्यता को समाप्त किये जाने के आदेश का सरासर उल्लंघन करना, सर्वोच्‍च  न्यायालय के आदेश की अवमानना नही ? सरकार के इस आचरण से  दिल्ली के हजारों परिवारों को खाद्य सुरक्षा के अधिकार से वंचित करना उनके नागरिक अधिकारों का हनन नही। जब खाद्य संभरण अधिकारियों से  सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर ध्यान दिलवाया जाता है तो वो नागरिकों को दिल्ली सरकार के आदेश का हवाला देकर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को बौना साबित कर देते हैं। क्या दिल्ली सरकार का आदेश सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से ऊपर हो सकता है ?

          इस पत्र में रविन्द्र द्विवेदी ने दिल्ली के एक महिला नागरिक का हवाला देते हुये लिखा है कि: पश्चिम जिला की निवासी शिल्पी जायसवाल पति राजीव कुमार, सी-48, संजय इंक्लेव उत्तम नगर, नई दिल्ली-110059 ने 01/10/2013 को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा उपभोक्ता कार्ड हेतु आवेदन प्रपत्र जमा किया था उस खाद्य प्रपत्र के साथ 1 : अपना आधार कार्ड  2 :  अपने पति के आधार कार्ड की छाया प्रति 3 : बिजली के बिल की छाया प्रति 4:  अपने बच्चों आकाश व एकता के जन्म प्रमाण पत्र हेतु स्कूल के आई कार्ड की छाया प्रति 5 : शिल्पी जायसवाल के मतदाता पहचान पत्र की छाया प्रति 6 :  आय प्रमाण पत्र के लिये एफिडेविट जमा किये थे।

मगर राशन कार्ड में उनके बेटे आकाश व पुत्री एकता के नाम नही है। ऐसा क्यों किया गया ? यदि आधार कार्ड न रहने के कारण शिल्पी जायसवाल के पुत्र आकाश व पुत्री एकता का राशन कार्ड में नाम नही डाला गया तो यह सरासर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहलेना है। जब शिल्पी जायसवाल ने आरटीआई के द्वारा जानना चाहा कि उनके बेटे  आकाश व उनकी पुत्री एकता का नाम राशन कार्ड में क्यों नही डाला गया तो उन्होने राज्य सरकार का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का धता बता दिया। उनके पुत्र आकाश व पुत्री एकता का नाम न डालने वाला खाद्य सम्भरण अधिकारी दिनेश फोन नंबर 25535447 ने उत्तर दिया, आरटीआई में इस अधिकारी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुये आरटीआई में जवाब दिया कि किसी भी परिवार के सदस्य को राशन कार्ड में नाम जोड़ने के लिये आधार कार्ड जरूरी बताया।

रामाधार फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र द्विवेदी ने इस पत्र में उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायधीश से प्रार्थना की है कि ''मान्यवर जन हित में इस पत्र को पीआईएल के रूप में स्वीकृत कर अपने आदेश की अवमानना को रोकने और अपने ही आदेश के आलोक में दिल्ली के हजारों-लाखों परिवारों को सरकार द्वारा  प्रदत्त खाद्य सुरक्षा अधिकार दिलाने के लिये अविलंब आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें व श्रीराम आधार फाउण्डेशन को लीखित रूप से अवगत करायें।’’
                                        रविन्‍द्र द्विवेदी
                          (राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष, रामाधार फाउण्‍डेशन)

राशन कार्ड  बनाने में आधारकार्ड की अनिवार्यता समाप्त हो


http://www.ugtabharat.com/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B6%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A1-%E0%A4%AC%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%86%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%B0/

Monday, February 9, 2015

डॉ0  संतोष राय पर कांग्रेस के षडयंत्रों का सिलसिला अनवरत जारी- मिश्र

                        

     अखिल भारत हिन्दू महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रवादी नेता व ‘‘गोडसे’’ फिल्म के निर्माता डॉ0 संतोष राय के विरूद्ध कांग्रेस का षडयंत्रों का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार उनके उपर तमाम तरह के झूठे व फर्जी मुकदमें लाद दिया है । कर्नाटक सरकार ऐसा इसलिये कर रही है ताकि भविष्य में गोडसे फिल्म न आ सके और कांग्रेस की दुकान गांधी के नाम पर चलती रहे। डॉ0 संतोष राय की सबसे बड़े गलती यही है कि वे इतिहास की कड़वी सच्चाइयों को पूरे विश्व के समक्ष साहस के साथ ला देना चाहते हैं डाॅ0 संतोष राय के ‘‘गोडसे’’ फिल्म की सच्चाई से कांग्रेस के नायक मोहन दास करम चंद गांधी व जवाहर लाल नेहरू के छद्म देशभक्ति का मुखौटा उतर जायेगा जो अभी तक इन्होंने पहन रखा है। उपरोक्त बातें पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही। इन तथाकथित धर्म निरपेक्ष कांग्रेसियों की सबसे बड़े बिडम्बना यह है कि वे तुष्टीकरण नीति के तहत ये ढोंगी कांग्रेसी नेता हिन्दू हितों के रखवाले नेताओं के विरूद्ध दुःसाहसपूर्ण कार्यवाही के लिये वोट बैंक के लालच में किसी भी सीमा तक जाने के लिये तैयार रहते हैं चाहे मानवता की हत्या हो जाये किसी का घर-परिवार उजड़ जाये उससे इन दुष्ट नेताओं को कोई चिंता नही रहती।
                        पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने कांग्रेस सरकार पर आक्रामक हमला करते हुये कहा कि कर्नाटक कांग्रेस सरकार ने डॉ0 संतोष राय को उन तिथियों में अपराध दिखाया है जिन तिथियों में वे अपराध स्थल पर थे ही नही तो फिर अपराध कैसे उन्होने कर दियाः
     1- 1 जून 2014 सुबह से 5 जून 2014 के दोपहर तक दिल्ली।
      2- 30 जून, 2014 की शाम से 10 जुलाई, 2014 की शाम तक दिल्ली।
      3-10 अगस्त, शाम 2014 से 16 अगस्त, 2014 सुबह तक दिल्ली रहे।
      4- 23-24 सितंबर, 2014 को गोरखपुर।
       5- 24 सितंबर, 2014 की शाम से 4 अक्टूबर, 2014 सुबह तक दिल्ली रहे।
      जब इन उपरोक्त तिथियों पर डॉ0  संतोष राय अपराध स्थल पर  थे ही नही फिर वे अपराध के भागीदार कैसे हो गये। इससे स्पष्ट होता है कि डॉ0 संतोष राय को जानबूझकर किसी बड़े षडयंत्र के तहत कर्नाटक की कांग्रेस सरकार फंसा रही है और राय के उपर नये-नये झूठे केस जेहादी ताकतों के इशारे पर लगाये जा रही है ताकि वो जेल से बाहर न निकल सके व उनकी गोडसे फिल्म अधर में लटक जाये।
                        आगे बाबा  पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने कहा कि डॉ0  संतोष राय इतिहास के उस सच को दिखाना चाहते हैं जिसे कांग्रेसियों और वामपंथी इतिहासकारों से गलत ढंग से लिखवाकर आने वाली पीढि़यों के साथ धोखा किया था, डॉक्टर राय उस झूठ को आमूल-चूल बदल देना चाहते हैं जिस झूठ को नेहरू ने 40 साल तक दबाया था क्योंकि डॉ0 संतोष राय के फिल्म ‘गोडसे’ से गांधी और नेहरू जो कांग्रेसियों के नायक हैं पूरी तरह से बेनकाब हो जायेंगे जिनके आवरण में कांग्रेस 50 सालों से सत्ता का सुख भोग रही थी। डॉ0 राय को ऐसे समय जानबूझकर गिरफ्तार किया गया जिससे आने वाली फिल्म ‘गोडसे’ किसी भी हाल में प्रदर्शित न होने पाये ज्ञात हो कि यह फिल्म गत 30 जनवरी, 2015 को रिलीज होने वाली थी।
                        श्री पं0 नंद किशोर मिश्र ने गांधी पर हमला करते हुये कहा कि यदि मोहन दास करम चंद गांधी जी सच्चे नेता थे तो नाथूराम गोडसे जी का अदालत में दिये गये बयान को नेहरू जी ने 40 वर्ष तक प्रतिबंध क्यों लगा रखा था गोडसे का अदालत में दिये गये बयान को जनता के बीच में क्यों सार्वजनिक नही होने दिया। इससे यही जान पड़ता है कि गांधी ने ऐसी गलती अवश्य किया था जिसके कारण गोडसे जैसे वरिष्ठ पत्रकार को  गांधी वध के लिये विवश होना पड़ा। गांधी वध के तुरंत बाद गोडसे जी ने अपने को कानून के हवाले कर दिया यदि वो चाहते तो भाग भी सकते थे लेकिन स्वेच्छा से फांसी के फन्दे का वरण कर लिया।
                        श्री मिश्र ने कांग्रेस पर हमला करते हुये कहा कि ‘‘गोडसे’’ फिल्म जबसे बन रही है तब से कांग्रेस का परोक्ष रूप से फिल्म निर्माता  डाॅ0 संतोष राय पर दबाव है कि ‘‘गोडसे’’ फिल्म में पूरी तरह उलट-फेर कर दें  जिससे गांधी एक नायक के तौर पर उभरें और नाथूराम  गोडसे एक महाखलनायक के रूप में। लेकिन डॉ0  राय ने गोडसे फिल्म की पटकथा में बदलाव करने से पूरी तरह मना कर दिया जो इतिहास की कड़वी सच्चाई है वही दिखा रहे हैं यही बात कांग्रेस सरकार को अंदर ही अंदर परेशान कर दिया है।
                        पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने आगे बताया कि डाॅ0 संतोष राय के साथ छलपूर्वक षडयंत्र करके कर्नाटक की कांग्रेस सरकार उनके प्राण ले सकती है या उनके साथ ऐसा कुछ किया जा सकता है जिससे डॉ0 राय अपना मानसिक संतुलन खो दें क्योंकि हिन्दू नेताओं के विरूद्ध षडयंत्र के लिये कांग्रेस कुख्यात है।  श्री मिश्र ने बताया कि इस हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेता डॉ0  राय के विरूद्ध ढेरों राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र हो रहे हैं  श्री मिश्र ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुये कहा कि डॉ0  संतोष को जान से मारने के लिये बहुत सारी जेहादी ताकतें षडयंत्र कर रही हैं। ये जेहादी ताकतें डॉ0  संतोष राय को या तो जेल के अंदर या हमेंशा के लिये इस दुनिया से विदा करवा देना चाहती हैं।
 पं0 बाबा नंद किशोर मिश्र ने आश्चर्य व्यक्त करते हुये, पुनः अपनी बातों को दुहराते हुये कहा कि उपरोक्त तिथियों पर डॉ0 राय अपराध स्थल पर थे ही नही तो अपराध कैसे कर दिया। कर्नाटक कांग्रेस सरकार अभी भी समय है संभल जाये वर्ना पूरे देश में एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन हिंदू महासभा आरंभ करेगी जिसमें नेहरू और गांधी के काले कारनामे को पूरे देश को बताया जायेगा तब वो दिन दूर नही पूरे देश से भारत कांग्रेस मुक्त हो जायेगा।

Saturday, January 3, 2015

हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेता डॉ0 संतोष राय व उनके फिल्‍म ''गोडसे'' के विरूद्ध कांग्रेस का षडयंत्र

राजीव कुमार


                               
  एक ओर जहां सैकड़ों  वारण्ट वाले जामा मस्जिद के ईमाम बुखारी को दिल्ली पुलिस खोज नही पा रही है वहीं दूसरी ओर अखिल भारत हिन्दू महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रवादी नेता व ‘‘गोडसे’’ फिल्म के निर्माता डॉ0 संतोष राय के विरूद्ध कांग्रेस का षडयंत्र अनवरत जारी है। डॉ0 संतोष राय की सबसे बड़े गलती यही है कि वे इतिहास की कड़वी सच्चाइयों को पूरे विश्व के समक्ष साहस के साथ ला देना चाहते हैं डॉ0 संतोष राय के ‘‘गोडसे’’ फिल्म की सच्चाई से कांग्रेस के नायक मोहन दास करम चंद गांधी व जवाहर लाल नेहरू के छद्म देशभक्ति का मुखौटा उतर जायेगा जो अभी तक इन्होंने पहन रखा है। डॉ0  राय का ‘‘गोडसे’’ फिल्म लाने का  साहस कांग्रेस की दुःखती रग पर हाथ रखने जैसा है। इन तथाकथित धर्म निरपेक्ष कांग्रेसियों की सबसे बड़े बिडम्बना यह है कि वे तुष्टीकरण नीति के तहत जामा स्जिद के शाही ईमाम बुखारी को सैकड़ों वारण्ट जारी होने के बावजूद गिरफ्तार नही करना चाहते हैं वहीं ये ढोंगी कांग्रेसी नेता हिन्दू हितों के रखवाले नेताओं के विरूद्ध दुःसाहसपूर्ण कार्यवाही के लिये वोट बैंक के लालच में किसी भी सीमा तक जाने के लिये तैयार रहते हैं।

                                डॉ0 संतोष राय इतिहास के उस सच को दिखाना चाहते हैं जिसे कांग्रेसियों और वामपंथी इतिहासकारों से गलत ढंग से लिखवाकर आने वाली पीढि़यों के साथ धोखा किया था, डॉ0  राय उस झूठ को आमूल-चूल बदल देना चाहते हैं जिस झूठ को नेहरू ने 40 साल तक दबाया था क्योंकि डॉ0  संतोष राय के फिल्म गोडसेसे गांधी और नेहरू जो कांग्रेसियों के नायक हैं पूरी तरह से बेनकाब हो जायेंगे जिनके आवरण में कांग्रेस 50 सालों से सत्ता की मलाई खा रही थी। डॉ0  राय को ऐसे समय जानबूझकर गिरफ्तार किया गया जिससे आने वाली फिल्म गोडसेअधर में लटक जाये जिससे ये फिल्म किसी भी हाल में भारतीय सिनेमा के रूपहले पर्दे पर न आ सकेज्ञात हो कि यह फिल्म आगामी 30 जनवरी, 2015 को रिलीज होने वाली थी जिससे कांग्रेसी षडयंत्र के तहत रोकने की कुचेष्टा हो रही है।

                यदि मोहन दास करम चंद गांधी जी सच्चे नेता थे तो नाथूराम गोडसे जी का अदालत में दिये गये बयान को नेहरू जी ने 40 वर्ष तक प्रतिबंध क्यों लगा रखा था गोडसे का अदालत में दिये गये बयान को जनता के बीच में क्यों सार्वजनिक नही होने दिया। इससे यही जान पड़ता है कि गांधी ने ऐसी गलती अवश्य किया था जिसके कारण गोडसे जैसे वरिष्ठ पत्रकार को  गांधी वध के लिये विवश होना पड़ा। गांधी वध के तुरंत बाद गोडसे जी ने अपने को कानून के हवाले कर दिया यदि वो चाहते तो भाग भी सकते थे लेकिन स्वेच्छा से फांसी के फन्दे का वरण कर लिया।

                                 ‘‘गोडसे’’ फिल्म जबसे बन रही है तब से कांग्रेस का परोक्ष रूप से फिल्म निर्माता  डॉ0  संतोष राय पर दबाव है कि ‘‘गोडसे’’ फिल्म में पूरी तरह उलट-फेर कर दें  जिससे गांधी एक नायक के तौर पर उभरें और नाथूराम  गोडसे एक महाखलनायक के रूप में। लेकिन डॉ0  राय ने गोडसे फिल्म की पटकथा में बदलाव करने से पूरी तरह मना कर दिया जो इतिहास की कड़वी सच्चाई है वही दिखा रहे हैं यही बात कांग्रेस सरकार को अंदर ही अंदर खाये जा रही है, उसकी गांधी और नेहरू के नाम पर 50 साल से जो दुकानदारी चल रही थी वो अब बंद हो सकती है।

 ‘‘गोडसे’’ फिल्म के निर्माता व वरिष्ठ हिन्दू महासभा के नेता डॉ0  संतोष राय को यह पहली बार कांग्रेस की कर्नाटक सरकार परेशान नही कर रही है इससे पहले भी केन्द्र में कांग्रेस समर्थित  यूपीए सरकार के दौरान सोनिया और राहुल के इशारे पर सीबीआई  उन्हें काफी परेशान कर रही थी इतना ही नही बार-बार सीबीआई के तंग करने से उन्हें गोल मार्केट का अपना कार्यालय बंद करना पड़ा लेकिन दबंग हिन्दूवादी नेता ने तत्कालीन सरकार के तोते सीबीआई के विरूद्ध सोशल मीडिया के माध्यम से आंदोलन छेड़ दिया जिस आंदोलन को इण्डिया अगेंस्ट सीबीआईनाम दिया गया।

यूपीए सरकार के दौरान कांग्रेस को समर्थन देने वाले  लालू, मुलायम, मायावती और कांग्रेस के रहमोकरम से अनेंको घोटाले करके बाहर की दुनिया में मौज कर रहे थे जिनकी मौज अब भी जारी है वहीं हिन्दुत्व व राष्ट्र के लिये काम करने वाले नेता डॉ0  संतोष राय को कांग्रेस कर्नाटक की सरकार ने जेल के सींकचों के पीछे धकेल दिया है। कर्नाटक पुलिस कह रही है डॉ0  संतोष राय ने गत 30 सितंबर को अपराध किया था जबकि डॉ0  राय उस दिन किसी प्रेस कांफ्रेंस में थे जिससे यही प्रतीत हो रहा है कि डॉ0  राय कि विरूद्ध कांग्रेसी षडयंत्र की बू आ रही है।

डॉ0  संतोष राय का प्राण लिया जा सकता है

                डॉ0 संतोष राय के साथ छलपूर्वक षडयंत्र करके कर्नाटक की कांग्रेस सरकार उनके प्राण ले सकती है या उनके साथ ऐसा कुछ किया जा सकता है जिससे डॉ0  राय अपना मानसिक संतुलन खो सकते हैं क्योंकि हिन्दू नेताओं के विरूद्ध षडयंत के लिये कांग्रेस कुख्यात है।  इस हिन्दू महासभा के वरिष्ठ नेता डॉ0 राय के विरूद्ध ढेरों राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र हो रहे हैं  डॉ0 संतोष को जान से मारने के लिये बहुत सारी जेहादी ताकतें षडयंत्र कर रही हैं। ये जेहादी ताकतें डॉ0 संतोष राय को या तो जेल के अंदर या हमेंशा के लिये इस दुनिया से विदा करवा देना चाहती हैं।

क्या डॉ0  संतोष राय ने जामा मस्जिद के ईमाम बुखारी या लालू और मुलायम से भी बड़ा अपराध कर दिया है। सैकड़ों निर्दोष राम भक्तों के ऊपर गोली चलवाने वाला मुलायम सिंह आज छुट्टे सांड की तरह खुल्लम-खुल्ला घूम रहा है मगर जेहादी तत्वों के विरूद्ध लोहा लेने वाले इस हिन्दूवादी नेता डॉ0 संतोष राय को कांग्रेस सरकार ने एक षडयंत्र के तहत जेल में डाल दिया है। जब डॉ0 संतोष राय को कांग्रेस सरकार ने जेल में डाल दिया तो बुखारी को तत्कालीन कांग्रेस समर्थित यूपीए सरकार ने क्यों छोड़ दिया था जबकि उसके ऊपर सैकड़ों अपराधिक मुकदमें चल रहे हैं। कांग्रेस सरकार धर्म निरपेक्षता के नाम पर हिन्दुओं के विरूद्ध षडयंत्र का काम रही है यदि ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में एक दिन पूरे देश से कांग्रेस का नामो निशान मिट जायेगा।

‘‘गोडसे’’ फिल्म का संबंध सिर्फ हिन्‍दू महासभा के नेता  डॉ0 संतोष राय से है कुछ हिन्‍दू महासभा के फर्जी नेता हिन्‍दू महासभा के नाम पर गोडसे फिल्‍म का श्रेय अवश्‍य लेना चाहते हैं।                                          


Tuesday, December 16, 2014

ग्राहकों से शर्मा गैस कंपनी की लूट





नई दिल्‍ली। शर्मा गैस कम्‍पनी, दुकान नंबर ए-1/2, एच ब्‍लॉक, सनातन धर्म मंदिर बाजारउत्‍तम नगर, दिल्‍ली, 110059  ने  अपने गैस सिलिण्‍डर  ग्राहकों के साथ भारी लूट मचाकर रख दी है। शर्मा गैस कम्‍पनी  में गैस पहुंचाने वाले लड़के अपने गैस चोरी को इस तरह से अंजाम देते हैं  कि उनकी चोरी पकड़ी न जाये। एक नही कई बार इनकी चोरी पकड़ी गई है मगर इस एजेंसी के मालिक मीडिया और पुलिस को मैनेज करके अपना लूट बरकरार रखा है। उत्‍तम नगर  शर्मा गैस कम्‍पनी  में काम करने वाले एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शर्मा गैस एजेंसी पुलिस और बिकाऊ मीडिया को पैसा देती है इसलिये आज तक इनकी चोरी पकड़ी नही गई। शर्मा गैस कम्‍पनी  में गैस चुराने वाले लड़के बेखौफ होकर कहते हैं कि पुलिस में शिकायत करनी हो तो कर दो हमें किसी का डर नही है। प्रत्‍यक्षदर्शियों के मुताबिक कई गृहणियां शर्मा गैस कम्‍पनी  के काली  कारस्‍तानी से फूट-फूट कर रोने-विलखने लगती हैं मगर गुप्‍ता गैस एजेंसी के दुष्‍ट कर्मचारियो को जरा सी तरस नही आती। शर्मा गैस कंपनी हर सिलिण्‍डर में दो से तीन किलो गैस कम भरके देती है। ग्राहक यदि इनके उपर विश्‍वास करता है तो उसके साथ धोखा होता है क्‍योंकि यह कंपनी जानती है कि ग्राहकों के पास तराजू होता ही नही ऐसे में सिलिण्‍डर ग्राहकों  को इनके उपर विश्‍वास करने के सिवा कोई रास्‍ता नही बचता। इतना ही नही ये  गैस  सिलेण्‍डर वेण्‍डर अपने धोखे से ग्राहकों के गैस निकालकर खुले में गैस  बेचनेवाले दुकानदारों को बेंच  देते हैं और ये दुकानदार 70, 80 या 100 रूपये किलो गैस बेंचकर भारी मुनाफा कमाते हैं जबकि  इस  तरह से खुले में गैस बेचना भारी अपराध है।  खुले में गैस बेचने वाले  दुकानदारों को पुलिस भी नही हाथ लगाती क्‍योंकि उनकी इस लूट में पुलिस को भी हिस्‍सा मिलता है।

अभी हाल में गत 19 नवंबर, 2014 को  सी-48, संजय इंक्‍लेव उत्‍तम नगर के निवासी राजीव कुमार के यहां गैस डिलवरी करने वाला लड़का मुनीस ने गैस सिलिंडर दिया था। ये लड़के अपने पास तराजू-कांटा नही रखते और दुर्भाग्‍य से राजीव कुमार के यहां वजन करने वाला तराजू नही था जिससे गैस सिलिंडर  का वजन  नही किया जा सका। इसी का फायदा गैस डिलीवरी करने वाले मजदूर अक्‍सर उठाते रहते  हैं। वैसे भी घर के  गृहणियों की आदत होती है कि गैस सिलिंडर समाप्‍त होने के कुछ दिन पहले बुकिंग करा लेती हैं ताकि आने वाले दिनों में सिलिंडर की किल्‍लत से बचा जा सके। इत्‍तेफाक से 11 दिसंबर को तौलने वाला कांटा मिल जाने पर सिलेंडर को तौला गया तो  उसमें करीब दो किलो गैस कम था। उस डिलीवरी वाले लड़के को फोन कर जब गैस कम की शिकायत की गई तो उसने सिलेंडर  बदलने से साफ मना कर दिया। पुलिस में शिकायत की धमकी देने के बावजूद  उस लड़के ने कहा कि जो करना हो करो हम सिलेंडर नही बदलेंगे।

आज के तारीख तक उस सीलेंडर के सील को नही तोड़ा गया है कोई  भी जांच कर सकता है। जब करीब 11 दिसंबर को डेढ़ बजे शर्मा गैस कम्‍पनी  जाकर राजीव कुमार ने शिकायत कराना चाही तो गुप्‍ता गैस एजेंसी का शटर बंद था। बाद में फोन करके इसकी शिकायत करना  चाही तो गुप्‍ता गैस एजेंसी के लापरवाह कर्मचारियों ने फोन को नही उठाया। 12 दिसंबर, 2014 को पुन: शिकायत करने पर शर्मा गैस कंपनी ने  सिलेण्‍डर बदलने से साफ मना कर दिया।

अखिल भारत हिन्‍दू महासभा और रामाधार  फाउण्‍डेशन  शर्मा गैस कम्‍पनी  के लाइसेंस को रद्द करने के लिये आंदोलन चलायेगा और  प्रधानमंत्री, राष्‍ट्रपति व पेट्रोलियम मंत्री से शर्मा  गैस एजेंसी की  गैस कम देने की शिकायत करेगा।

नेट पर शर्मा गैस कंपनी के खिलाफ कई लिंक मिले हैं: 
इण्डेन शर्मा गैस एजेंसी उत्तम नगर ने ग्राहकों को परेशान कर रखा है

indane gas (sharma gas agency uttam nagar delhi


ग्राहकों से शर्मा गैस कंपनी की लूट

http://www.ugtabharat.com/%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B9%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%B6%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE-%E0%A4%97%E0%A5%88%E0%A4%B8-%E0%A4%95%E0%A4%82%E0%A4%AA/

ग्राहकों से शर्मा गैस कंपनी की लूट
http://kranti4people.com/article.php?aid=4425

ग्राहकों से शर्मा गैस कंपनी की लूट


शर्मा गैस कंपनी नंबर-28564167\28564166\28564168\43070133
ऑनर अमित गुप्‍ता मोबाइल- 9210415454

चोरी में शामिल गैस वेंडर मुनीस मोबाइल-8505904765

रविन्‍द्र कुमार द्विवेदी 

Sunday, November 23, 2014

स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत में सीएसआर (कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) की अहम् भूमिका

राजीव कुमार

स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत में सीएसआर (कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) की अहम् भूमिका है। उपरोक्त बातें अल्पसंख्यक आयोग, संसदीय मामले के केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सीएसआर रिसर्च फाउण्डेशन द्वारा आयोजित ‘‘सतत् विकास के लिये सीएसआर- एक उपकरण‘‘ के उद्घाटन समारोह में 22 नवंबर, 2014 को होटल ली मीरीडियन, जनपथ, नई दिल्ली में कही। 


राज्यमंत्री नकवी ने मोदी जी की प्रशंसा करते हुये कहा कि वे स्पष्ट रूप से कह चुके हैं ना खाउंगा और न खाने दूंगा, ना सोउंगा और ना सोने दूंगा। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि अब तो मंत्रियों के दिन का चैन और रात की नींद उड़ गई है। जो मंत्री काम करके नही दिखायेगा उसे हटाया भी जा सकता है।

आगे नकवी जी ने सीएसआर गतिविधियों के अंतर्गत औद्योगिक घरानों, सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं से अपील की कि वह दूर दराज के इलाकों में सबसे नीचे पायदान पर जीवन बसर करने वाले लोगों की मदद करें क्योंकि उनके विकास की मुख्यधारा में शामिल होने से देश की जनता का विकास का पैमाना बढ़ जायेगा।

वहीं समापन सत्र के मुख्य अतिथि व ग्रामीण विकास मंत्री चैधरी श्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि मनरेगा के तहत सामाजिक कार्य आसानी से किये जा सकते हैं। हरियाणा और पंजाब राज्य पर मनरेगा की राशि का पूरा उपयोग नहीं करने पर उन्होंने रोष व्यक्त किया और कहा कि कई राज्यों में मनरेगा के तहत मजदूरी दर इतनी कम रखी है कि बेरोजगार युवा उसके तहत काम करने से इंकार कर रहे हैं।

आगे केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री ने चक दे इण्डिया चलचित्र का उदाहरण देते हुये कहा कि एक चलचित्र ने न केवल हाकी बल्कि संपूर्ण खेल जगत में तहलका मचा दिया था। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ कारपोरेट जगत की कंपनियों ने कबड्डी जैसे हासिये पर गये खेल को बहुत ही लोकप्रिय बना दिया। इसी तरह हमारा कारपोरेट जगत युवाओं को अन्य खेलों के प्रति प्रोत्साहित करेगा तो न केवल उनकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनेगी बल्कि कारपोरेट जगत भी अपने सामाजिय दायित्व को निभाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा पायेगा।

केन्द्रीय ग्रामीण मंत्री ने आगे कहा कि भारत के अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि व कुटीर उद्योग है। कंपनियों की यह प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वह कृषि व ग्रामीण विकास के द्वारा भारत के विकास में गति प्रदान करें और मैं समझता हूं कि भारत सरकार के द्वारा जो एक नई जिम्मेदारी सीएसआर के माध्यम से दी गई है वह एक ऊर्जा के रूप में काम करेगी और ग्रामीण विकास के साथ औद्योगिक विकास भी होगा। माननीय मंत्री ने आगे कहा कि सीएसआर आर्थिक विकास की मुख्यधारा की एक गतिविधि भी है जिसमें सामाजिक और पर्यावरण विषयों को कंपनी के बुनियादी मूल्यों में जोड़ा जाना चाहिये।

सम्मानित अतिथि व पूर्व राज्यसभा महासचिव डा0 योगेन्द्र नारायण ने कहा कि कंपनियों को चाहिये कि अपने व्यापार को इस तरीके से संचालन करें कि निरंतरता के माध्यम से सतत् विकास को बढ़ावा दें जो व्यवशाय, देश के पर्यावरण व समाज के सभी वर्गों के लिये लाभदायक हो। 

इस अवसर पर सीएसआर फाउण्डेशन के चेयरमैन सीए दीनदयाल अग्रवाल ने कहा कि सीएसआर समय की आवश्यकता है। वर्तमान परिदृश्य में सीएसआर न केवल एक माध्यम है बल्कि समाज के लिये इसकी आवश्यकता है। सीएसआर अधिनियम द्वारा उपलब्ध धनराशि जो कि वर्तमान में लगभग 15000/करोड़ है वंचित समाज के उत्थान के लिये मील का पत्थर साबित होगी।

इस कार्यक्रम के शुभ अवसर पर बड़-बड़े औद्योगिक घरानों की हस्तियां, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनैतिक कार्यकर्ता, एनजीओ के लोग मौजूद थे।  इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ताओं ने लोगों को संबोधित कर अपने विचारों से अवगत कराया उनके नाम निम्न हैंः  रिलायंस पावर के रामास्वामी कालिदास, फिक्की के सी0 एस0 आर0 प्रमुख डॉ0 के0 के0 उपाध्याय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पूर्व सचिव के0 एन0 श्रीवास्तव, वीर चक्र विजेता कर्नल टी0 पी0 त्यागी, दिल्ली मेट्रो के एचआर प्रमुख एस0 के0 सिन्हा, रिसर्च एसोसिएट की श्रीमती निधि मधुरा, आईआईसीए के कानूनी सलाहकार डॉ जे0 एस0 कुमार, सुलभ इण्टरनेशनल के एस0 चटर्जी आदि। 
                            

Saturday, September 13, 2014

इराक में यजीदियों के अस्तित्‍व पर घोर संकट के बादल


राजीव कुमार  




      इराक में यजीदियों के अस्‍तित्‍व पर घोर संकट मौजूदा समय में आ गया है। यजीदियों के उपर भारी दबाव है कि वे या तो इस्‍लाम अपना लें या मरने के लिये तैयार हो जायें। यजीदी अपने धर्म के बहुत पक्‍के होते हैं वे मरना पसंद कर रहे हैं लेकिन इस्‍लाम कबूल करना नहीं। करीब दो सौ साल पहले यजीदियों की संख्‍या 20 लाख थी उस हिसाब से आज यजीदियों की संख्‍या करीब  दो करोड़ होनी चाहिये मगर आज वे सिर्फ सात लाख बचे हैं। उन्‍हें या तो जबरन डरा-धमकाकर इस्‍लाम कबूल करवा दिया गया या उनका नरसंहार कर दिया गया। आज भी ये यजीदी इस्‍लामिक आतंकवादी संगठन आइएसआइएस के डर से सिंजर के पहाडि़यों में शरण लिये हैं वहीं कितने यजीदी बच्‍चों का  भूख-प्‍यास से तड़प-तड़प कर मौत हो गई। आज यजीदियों के लिये कोई रोने वाला नही है। आज ये यजीदी मुसलमान होते तो भारत की मीडिया रातों रात उनके लिये अपनी पलके बिछा देती मगर बहुत दु:ख की बात है कि उनके लिये कोई रोने वाला नही है।  


      आइएसआइएस के मुस्लिम आतंकवादी इस्‍लाम के नाम पर जो ताण्‍डव मचाये हैं उसे आज पूरा विश्‍व देख रहा है। हजारों यजीदी महिलाओं का इन आतंकियों ने अपहरण कर लिया है उन्‍हें गुलाम बनाकर बाजारों में बेंचा जा रहा है। इस्‍लामिक आइएसआइएस के आतंकवादी यजीदी महिलाओं के साथ बलात्‍कार भी कर रहे हैं। छोटी-छोटी मात्र तीन-तीन साल की यजीदियों के बच्चियों को आइएसआइएस के आतंकवादी ऐसे इंजेक्‍शन लगा रहे है ताकि उनके हारमोंस में परिवर्तन आ जाये जिससे वे मात्र 6 वर्ष में ही जवान और खूबसूरत दिखने लगे ताकि उन्‍हें गुलामों की तरह मानव देह के मण्डियों में बेंचा जा सके या मुस्लिम आतंकियों के सामने परोसा जा सके। लाइव वैल्‍युस फाउंडेश डॉ0 संतोष राय की मदद से उपरोक्‍त इंजेक्‍शन के एंटी डोज खोज रही है ताकि उन अबोध बच्चियों को बचाया जा सके। 


      लाइव वैल्‍युस फाउण्‍डेशन एनजीओ के तत्‍वाधान में कुछ यजीदी छात्र एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्‍यम से बताया  कि इराक में यजीदियों के अस्तित्‍व पर घोर संकट आ गया है। ऐसे में भारत सरकार को उनके अस्तित्‍व की रक्षा के लिये मदद करनी चाहिये। भारत एक मानवातावादी देश रहा है। यहां हर धर्म के लोग रहते हैं। जब-जब मानवता पर संकट आया तो भारत मानवता की रक्षा में सबसे आगे रहा। ऐसे में यजीदियों को भारत में शरण मिलनी चाहिये इतना ही नही ये यजीदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर अपने दर्द को बताना चाहते हैं वे मोदी जी से  भारत में शरण  पाने की उम्‍मीद रखते हैं। लाइव वैल्‍युस फाउंडेशन एनजीओ के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सरदार रविरंजन सिंह ने बताया कि यजीदी शब्‍द ईशीदी से बना है। ईशीदी का तात्‍पर्य जो ईश्‍वर को मानता है। ये यजीदी भारतवासी ही हैं वहां इराक जाकर बस गये। जिस तरह हिन्‍दुओं के मंदिर गुंबदाकार  होते हैं उसी तरह गुंबदाकार मंदिर यजीदियों के भी होते हैं। हिन्‍दुओं और यजीदियों की पूजा पद्धति में काफी समानता है। ज्ञात रहे कि दिल्‍ली में मानवतावादी  एनजीओ लाइव वैल्‍युज फाउंडेशन यजीदियों के अस्तित्‍व की रक्षा का वीणा उठा लिया है यह फाउंडेशन  यजीदियों के अस्तित्‍व को बचाने के लिये काफी तत्‍पर दिख रही है इस  फाउण्‍डेशन के मंच से रिटायर्ड आईपीएस  आर0 के0 ओहरी ने पत्रकारों से आह्वान किया है कि वे यजीदियों को बचाने के लिये आगे आये। उन्‍होने आगे बताया कि यजीदियों को इस संकट से बचाना मानवता का महान् कार्य है पत्रकारों के मानव मात्र के हित को देखकर आगे आना चाहिये। इस्‍लामिक आतंकवाद से आज इराक ही नही बल्कि पूरा विश्‍व इसके चपेट में हैं। वो दिन दूर नही ये आतंकवादी जो इराक में ताण्‍डव मचाया है वो ताण्‍डव वे भारत में भी मचाना चाहते है जिसकी शुरूआत कश्‍मीर, केरल और पश्चिम बंगाल से हो चुकी है।  


(चित्र में यजीदी छात्र अपने चेहरे को छिपाये हुये व लाइव वैल्‍युस फाउण्‍डेशनक के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सरदार रविरंजन सिंह)